नई दिल्ली। भारतीय विदेश मंत्रालय ने चीन को कड़ी चेतावनी दी है। विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि 29/30 अगस्त की रात पैंगोंग लेक इलाके में चीनी पक्ष की तरफ से सीमा विवाद में द्विपक्षीय समझौतों का उल्लंघन किया गया है। चीन ने उन बातों की अनदेखी की जिन पर पहले सहमति बनी थी। इस दौरान उकसावे वाली सैन्य कार्रवाई की है।
अपनी सीमा की सुरक्षा के लिए भारत ने उठाए जरूरी कदम
विदेश मंत्रालय ने 29/30 अगस्त की रात पैंगोंग लेक इलाके में हुई घटना को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। कहा है कि उस रात चीनी पक्ष की तरफ से नियमों का उल्लंघन हुआ और सीमा पर स्थिति बदलने के लिए उकसाने वाली कार्रवाई की गई है। भारतीय सेना ने सोमवार को इस बाबत बताया था कि चीनी पक्ष को उचित जवाब दिया गया है। भारत ने अपनी सीमाओं की रक्षा के लिए जरूरी कदम उठाए हैं।
India and China have been closely engaged through diplomatic and military channels over the past three months to resolve the situation along the India-China border: Ministry of External Affairs pic.twitter.com/NgGhmgDSCH
— ANI (@ANI) September 1, 2020
विदेश मंत्रालय ने कहा है कि चीनी सैनिकों ने 31 अगस्त को फिर उकसावे वाली कार्रवाई की है, जबकि स्थिति सामान्य करने के लिए कमांडर चर्चा कर रहे थे। चीनी पक्ष ने पैंगोंग सो के दक्षिण तट के क्षेत्र में यथास्थिति को बदलने का प्रयास किया।
भारत सीमा विवाद को सुलझाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध
विदेश मंत्रालय ने कहा है कि हाल की इन भड़काऊ हरकतों को हमने चीन के सामने राजनयिक और सैन्य वार्ता में उठाया है। हमने उनसे सीमा पर अनुशासन बनाए रखने और अपने जवानों को नियंत्रित रखने की अपील की है। विदेश मंत्रालय ने कहा है कि बीते तीन महीने से भारत और चीन सैन्य और राजनयिक स्तर की वार्ता कर रहे हैं। भारत सीमा विवाद को सुलझाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।