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भारत बोला- कुलभूषण जाधव से बिना शर्त मिलने दिया जाए

नई दिल्ली। भारत ने पाकिस्तान को कुलभूषण जाधव से मिलने के लिए बिना शर्त अनुमति देने के लिए कहा है। सूत्रों ने गुरुवार को न्यूज एजेंसी एएनआई को यह जानकारी दी है। इससे पहले पाकिस्तान ने दावा किया था कि भारतीय नौसेना अधिकारी कुलभूषण जाधव ने सजा की समीक्षा याचिका दायर करने से इनकार कर दिया था।

भारत ने पिछले गुरुवार को कहा था कि कुलभूषण जाधव से संबंधित मामले में सभी कानूनी विकल्पों का आकलन कर रहा ह। आपको बता दें कि पाकिस्तान की अदालत ने जाधव को मौत की सजा सुनाई है।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने एक मीडिया ब्रीफिंग के दौरान कहा कि हमने इस मुद्दे को उठाया था कि कैसे पाकिस्तान का दावा (कुलभूषण जाधव ने पुनर्विचार याचिका शुरू करने से इनकार कर दिया) एक नापाक खेल है, जो पिछले चार वर्षों से जारी है। हम अपने कानूनी विकल्पों का आकलन कर रहे हैं और हम अपने भारतीय के जीवन की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध हैं।

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भारत ने पाकिस्तान के उन दावों को भी खारिज कर दिया था, जिसमें कहा गया था कि जाधव ने अपनी सजा के खिलाफ इस्लामाबाद उच्च न्यायालय (IHC) में अपील दायर करने से इनकार कर दिया है। साथ ही कहा कि अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय (आईसीजे) के निर्णय के कार्यान्वयन के लिए अपने अधिकारों को वापस लेने के लिए इस्लामाबाद द्वारा भारतीय नागरिक के साथ ज़बरदस्ती की गई थी।

भारत ने कुलभूषण जाधव से बिना किसी रुकावट मिलने देने की मांग की है, ताकि अध्यादेश के तहत उनसे पाकिस्तान की सैन्य अदालत द्वारा दी गई सजा की हाईकोर्ट में समीक्षा पर चर्चा की जा सके।

कुलभूषण जाधव को कथित तौर पर 3 मार्च, 2016 को पाकिस्तानी सुरक्षा बलों द्वारा बलूचिस्तान से गिरफ्तार किया गया था, क्योंकि उन्होंने कथित तौर पर ईरान से पाकिस्तान में प्रवेश किया था, जैसा कि पाकिस्तान द्वारा दावा किया गया जाता है। जाधव की जासूसी और अन्य गतिविधियों में शामिल होने के पाकिस्तान के आरोपों को भारत ने खारिज कर दिया और कहा कि उसे चाबहार के ईरानी बंदरगाह से अपहरण कर लिया गया था, जहां वह एक व्यवसाय चला रहा था।

श्रीवास्तव ने कहा कि 2017 के बाद से, जब पाकिस्तान की सैन्य अदालत ने एक मुकदमे की सुनवाई की तो पाकिस्तान ने भारत को मामले में एफआईआर, सबूत, अदालत के आदेश आदि सहित किसी भी संबंधित दस्तावेज को सौंपने से इनकार कर दिया।

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