न्यूयॉर्क। अमेरिका के न्यूयॉर्क स्थित गुरुद्वारे में प्रकाश पर्व धूमधाम से मनाया गया। भारतीय राजदूत तरनजीत सिंह संधू (Taranjit Singh Sandhu) ने गुरुद्वारा पहुंचकर मथा टेका। लेकिन इस दौरान खालिस्तान समर्थक अपनी हरकतों से बाज नहीं आए। कार्यक्रम में भारतीय राजदूत तरनजीत सिंह संधू को खालिस्तानी समर्थकों ने घेरा और धक्का-मुक्की की। बता दें संधू प्रकाश पर्व पर प्रार्थना सभा में शामिल होने के लिए गुरुद्वारे पहुंचे थे।
खालिस्तानी समर्थकों (Khalistani Supporters) के साथ कहासुनी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जिसमें संधू (Taranjit Singh Sandhu) को खालिस्तानी समर्थकों के साथ भिड़ते हुए देखा जा सकता है। बता दें कनाडा में खालिस्तानी आतंकी निज्जर की हत्या के बाद से ही खालिस्तानी समर्थक आक्रमक दिखाई दे रहे हैं। वीडियो में भारतीय राजदूत को वाहन में परिसर से बाहर निकलते हुए देखा जा सकता है, जबकि खालिस्तानी समर्थकों में से एक व्यक्ति ने गुरुद्वारे के बाहर खालिस्तानी झंडा लहराया।
हाल ही में कुछ रिपोर्ट्स में पन्नू की हत्या की कोशिश का आरोप लगाते हुए अमेरिका ने भारत को चेतावनी दी थी। हालांकि, इस मुद्दे पर भारत की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई। वहीं, इसी बरस जून में कनाडा में खालिस्तान समर्थक हरदीप सिंह निज्जर की हत्या कर दी गई थी। बाद में कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने निज्जर की हत्या मामले में भारत के हाथ होने की बात की थी। भारत सरकार ने कनाडा सरकार के आरोपों को बेबुनियाद बताया था।
कौन है आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू
गुरपतवंत सिंह पन्नू पंजाब में सिखों के लिए एक अलग राज्य का समर्थक है। वह सिख फॉर जस्टिस (एसएफजे) का प्रवक्ता है जो स्वतंत्र सिख राज्य खालिस्तान की मांग करता है। पन्नू का ताल्लुक पंजाब के अमृतसर के बाहरी इलाके खानकोट से है। पिता मोहिंदर सिंह, पंजाब राज्य कृषि विपणन बोर्ड के लिए काम करते थे। मां का नाम अमरजीत कौर है। पन्नू का एक भाई भी है जिसका नाम मगवंत सिंह पन्नू है। साल 2020 में, भारत सरकार ने उसे आतंकवादी घोषित किया था।