भारतीय टीम ने अपना पहला टेस्ट मैच 89 साल पहले 1932 में लॉर्ड्स के मैदान पर इंग्लैंड के खिलाफ खेला था। भारतीय टीम ने 1970 के दशक में बड़ी टीमों के टेस्ट सीरीज जीतनी तो शुरू कर दी थी लेकिन विदेशों में उसका प्रदर्शन बेहद खराब था। 1983 का वनडे वर्ल्ड कप जीतने के बावजूद पहले 67 सालों में भारतीय टीम का विदेशी पिचों पर टेस्ट रिकॉर्ड बेहद खराब था। टीम इंडिया ने 1932 से 1999 तक विदेशी धरती पर सिर्फ 13 टेस्ट मैच जीतने में सफल रही थी। इस दौरान भारत ने विदेश में 155 टेस्ट मैच खेले थे। अब विराट कोहली के नेतृत्व में भारतीय टीम पूरी तरह बदल चुकी है। सौरव गांगुली के टीम इंडिया की कमान संभालने के बाद विदेशों में भी भारत का डंका बजने लगा। बता दे भारत ने विदेशी धरती पर अब तक 53 टेस्ट ही जीते हैं जिसमें से 40 टेस्ट साल 2000 के बाद जीते हैं। कोहली की कप्तानी में भारतीय टीम विदेशों में ज्यादा सफल रही है। कोहली साल 2014 के आखिर में ऑस्ट्रेलियाई दौरे पर भारतीय टीम के कप्तान बने थे। साल 2015 से भारतीय टीम ने विदेशी पिचों पर 32 में से 15 टेस्ट मैच जीते हैं। कोहली की टीम श्रीलंका में पांच, वेस्टइंडीज में चार, ऑस्ट्रेलिया में चार, इंग्लैंड और दक्षिण अफ्रीका में एक-एक टेस्ट जीतने में सफल रही है।
भारत ने 1932 से 1999 तक 330 टेस्ट मैच खेले थे। इसमें भारत 109 टेस्ट मैच हारा और सिर्फ 61 टेस्ट जीतने में सफल रहा। लेकिन साल 2000 से भारतीय टीम ने जीत की आदत डाल ली। इस दौरान सौरव गांगुली, महेंद्र सिंह धोनी, राहुल द्रविड़, अनिल कुंबले और विराट कोहली भारतीय टेस्ट टीम के कप्तान रहे हैं। साल 2000 से भारत 220 टेस्ट मुकाबले में 101 जीते जबकि 60 मैचों में उसे हार का सामना करना पड़ा। पिछले 20 सालों में विराट कोहली सबसे ज्यादा सफल रहे। साल 2015 में भारत ने 64 टेस्ट मैच खेले हैं और उसमें 40 मैच जीते हैं। भारत को सिर्फ 13 टेस्ट मैच में हार मिली है जबकि 11 टेस्ट ड्रॉ रहे. इस दौरान भारत ने 62.5 फीसदी मैच जीते।
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विराट कोहली भारत के सबसे टेस्ट कप्तान भी हैं. उनकी कप्तानी में भारत ने 60 टेस्ट मैचों में 36 मुकाबले जीते हैं जबकि सिर्फ 14 मैच गंवाए। धोनी और कोहली दोनों ने भारत के लिए 60-60 मैचों में कप्तानी की है। धोनी के नेतृत्व में भारत 27 टेस्ट जीतने में सफल रहा है। धोनी के बाद सबसे सफल भारतीय कप्तान सौरव गांगुली रहे जिन्होंने अपनी कप्तानी में 49 टेस्ट मैचों में भारत को 21 बार जीत दिलाई।