• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

अब भारत के दुश्मन का होगा काम-तमाम, भारतीय नौसेना ने किया K-4 SLBM का सफल परीक्षण

Writer D by Writer D
28/11/2024
in Tech/Gadgets
0
K-4 SLBM

K-4 SLBM

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

नई दिल्ली। भारतीय नौसेना ने अपनी न्यूक्लियर पावर्ड सबमरीन (INS Arighaat)  से पहली बार K-4 SLBM का सफल परीक्षण किया है। एटॉमिक हथियार ले जाने वाली इस मिसाइल की रेंज 3500 किलोमीटर है। इस मिसाइल की खासियत ये है कि यह देश को सेकेंड स्ट्राइक की क्षमता प्रदान करती है। यानी देश के न्यूक्लियर ट्रायड को यह ताकत मिल जाती है कि अगर जमीन पर स्थिति ठीक नहीं है तो पानी के अंदर से सबमरीन हमला कर सकती है।

K-4 SLBM एक इंटरमीडियट रेंज की सबमरीन से लॉन्च होने वाली परमाणु बैलिस्टिक मिसाइल है। इसे नौसेना के अरिहंत क्लास पनडुब्बियों में लगाया गया है। इससे पहले भारतीय नौसेना K-15 का इस्तेमाल कर रही थी। लेकिन के-4 उससे ज्यादा बेहतर, सटीक, मैन्यूवरेबल और आसानी से ऑपरेट होने वाली मिसाइल है।

आईएनएस अरिहंत (INS Arighaat) और अरिघट पनडुब्बियों में चार वर्टिकल लॉन्चिंग सिस्टम हैं। जिससे यह लॉन्च होती है। यह मिसाइल 17 टन वजनी और 39 फीट लंबी है। इसका व्यास 4.3 मीटर का है. यह 2500 किलोग्राम वजनी स्ट्रैटेजिक न्यूक्लियर हथियार ले कर उड़ान भरने में सक्षम है।

ऑपरेशनल रेंज 4000 किलोमीटर

दो स्टेज की यह मिसाइल सॉलिड रॉकेट मोटर से चलती है। इसमें प्रोपेलेंट भी सॉलिड ही पड़ता है। इसकी ऑपरेशनल रेंज 4000 किलोमीटर है। भारत का नियम है कि वह पहले किसी पर परमाणु हमला नहीं करेगा, लेकिन उस पर हुआ तो छोड़ेगा भी नहीं। इसलिए ऐसी मिसाइलों का नौसेना में होना बहुत जरूरी है।

इसके अन्य परीक्षण

15 जनवरी 2010 में विशाखापट्टनम तट के पास पानी के 160 फीट अंदर पॉन्टून बनाकर वहां से इसका सफल डेवलपमेंटल लॉन्च हुआ था। 24 मार्च 2014 में उसी जगह और वैसी ही तकनीक के साथ पॉन्टून से फिर पहला सफल टेस्ट लॉन्च किया गया था। इसके बाद 7 मार्च 2016 में दूसरा सफल टेस्ट लॉन्च हुआ। जिसकी ट्रैजेक्टिरी डिप्रेस्ड थी।

आम के निर्यात पर योगी सरकार का फोकस

2016 में आईएनएस अरिहंत से 700 km रेंज के लिए सफल ट्रायल लॉन्च किया गया था। 17 दिसंबर 2017 में भी पानी के अंदर पॉन्टून से लॉन्चिंग हुई थी लेकिन वो असफल रही थी। इसके बाद 19 जनवरी 2020 में भी पॉन्टून से ही 3500 किलोमीटर रेंज के लिए पांचवीं बार सफल टेस्ट लॉन्च हुआ। 2020 में छठीं बार सफल टेस्ट लॉन्च हुआ था। इसके बाद अब यह परीक्षण किया गया है।

Tags: K-4 SLBM
Previous Post

आम के निर्यात पर योगी सरकार का फोकस

Next Post

गोवंश के हित में गोचर भूमि का शत प्रतिशत उपयोग कर रही योगी सरकार

Writer D

Writer D

Related Posts

E-Passport
Tech/Gadgets

भारत में लॉन्च हुआ e-Passport, जानें कैसे करें आवेदन

20/09/2025
Satya Nadella
Tech/Gadgets

सत्या नडेला ने Microsoft को लेकर जताई चिंता, इस बात का सता रहा डर

20/09/2025
Two Wheelers
Tech/Gadgets

फ़ेस्टिव सीजन में घर ले आएं नया स्कूटर, Activa समेत 10 टू- व्हीलर हुए इतने सस्ते

10/09/2025
Facebook, Instagram and YouTube banned in Nepal
Tech/Gadgets

Facebook, Instagram, WhatsApp पर लगा बैन, जानें पूरा मामला

05/09/2025
IRCTC
Tech/Gadgets

भारतीय रेलवे ने की 2.5 करोड़ IRCTC आईडी डीएक्टिवेट, इन नियमों में किया बदलाव

26/07/2025
Next Post
pasture land

गोवंश के हित में गोचर भूमि का शत प्रतिशत उपयोग कर रही योगी सरकार

यह भी पढ़ें

Donald Trump

ट्रंप पर धोखाधड़ी मामले में लगा इतने करोड़ डॉलर का जुर्माना, कारोबार करने पर भी लगा प्रतिबंध

17/02/2024
MBBS student arrested

रोडवेज बस स्टॉप में महिला यात्री के जेवरात गायब करने वाली दो महिलाएं गिरफ्तार

11/09/2021
BJP Yuva Morcha arrested

बीजेपी युवा मोर्चा की महिला नेता कोकीन के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार

19/02/2021
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version