दुनियाभर में महिलाओं के कॉस्मेटिक्स (Cosmetic) प्रेम से भला कौन वाकिफ नहीं है. भारतीय महिलाओं के बारे में भी यही बात लागू होती है. अगर आंकड़ों पर गौर फरमाएं तो पता चलेगा कि भारत के टॉप-10 शहरों में लिपस्टिक, नेल पॉलिश और आईलाइनर जैसे कॉस्मेटिक्स प्रोडक्ट्स (Cosmetic Products) की बीते छह महीने में सेल 5,000 करोड़ रुपये की रही है. आखिर क्यों कॉस्मेटिक की सेल में इजाफा हो रहा है? चलिए ये जानने से पहले जानते हैं कॉस्मेटिक्स, जवाहर लाल नेहरू और जेआरडी टाटा का किस्सा…
ये किस्सा तब का है जब देश नया-नया आजाद हुआ था. तब देश में कॉस्मेटिक्स (Cosmetic) बनते नहीं थे और भारतीय महिलाएं इसे विदेशों से मंगवाती थीं. कॉस्मेटिक्स के इस इंपोर्ट ने देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू को परेशान कर दिया और इसके समाधान के लिए वह पहुंचे उद्योगपति जेआरडी टाटा के पास और इस तरह 1952 में शुरू हुआ Lakme ब्रांड, ये देवी लक्ष्मी का ही फ्रेंच भाषा में दिया गया नाम था.
आखिर क्यों बढ़ रही कॉस्मेटिक (Cosmetic) की सेल?
भारत में सिर्फ 6 महीने के अंदर कॉस्मेटिक्स (Cosmetic) पर 5,000 करोड़ रुपये का खर्चा होने को लेकर कंटार वर्ल्डपैनल ने एक स्टडी की है. इसके हिसाब से कॉस्मेटिक्स की सेल में बढ़ोतरी होने की वजह अब ज्यादा महिलाओं का घर से बाहर काम के लिए निकलना है. स्टडी में पता चला है कि कॉस्मेटिक्स की 40 प्रतिशत सेल ऑनलाइन है.
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इतना ही नहीं ऑनलाइन या ऑफलाइन कॉस्मेटिक्स खरीदने वाली महिलाओं में अधिकतर वर्किंग वीमेन हैं. ये सामान्य कॉस्मेटिक्स खरीदार के मुकाबले ब्यूटी प्रोडक्ट्स पर 1.6 गुना अधिक खर्च करती हैं. कंटार की वर्ल्डपैनल डिवीजन के मैनेजिंग डायरेक्टर (दक्षिण एशिया) के. रामाकृष्णन का कहना है कि जैसे-जैसे और अधिक महिलाएं वर्कफोर्स का हिस्सा बनेंगी. कॉस्मेटिक्स की पहुंच और उपयोग बढ़ेगा और आने वाले भविष्य में ये सेक्टर अच्छी ग्रोथ करेगा.
बिकी 3 करोड़ से ज्यादा लिपस्टिक
बीते छह महीने में 10 करोड़ से अधिक ब्यूटी प्रोडक्ट्स देशभर में बिके हैं. इसमें 3.1 करोड़ लिपस्टिक, 2.6 करोड़ नेल पॉलिश, 2.3 करोड़ आई लाइनर इत्यादि और 2.2 करोड़ क्रीम-पाउडर की सेल हुई है. बीते 6 महीने में कॉस्मेटिक्स पर हर महीने का औसत खर्च 1,214 करोड़ रुपये रहा है. सबसे ज्यादा लिप्स प्रोडक्ट की सेल हुई है और ये टोटल सेल का करीब 38 प्रतिशत रहा है.