तुर्की के राष्ट्रपति तैय्यप एर्दोगन के संयुक्त राष्ट्र महासभा में जम्मू-कश्मीर को लेकर दिए गए बेतुके बयान का संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टी एस तिरुमूर्ति ने कड़ा विरोध करते हुए कहा कि तुर्की को अन्य देशों की संप्रभुता का सम्मान करना सीखना चाहिए।
श्री तिरुमूर्ति ने ट्वीट कर कहा, “हमने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर को लेकर तुर्की के राष्ट्रपति के बयान को पढ़ा है और उनका भारत के आतंरिक मामलों में दखल देना पूरी तरह से अस्वीकार्य है। तुर्की को अन्य देशों की संप्रभुता का सम्मान करना सीखना चाहिए और अपनी नीतियों पर विचार करना चाहिए।”
We have seen remarks by President of Turkey on Indian UT of Jammu & Kashmir. They constitute gross interference in India’s internal affairs and are completely unacceptable. Turkey should learn to respect sovereignty of other nations and reflect on its own policies more deeply.
— PR UN Tirumurti (@ambtstirumurti) September 22, 2020
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तुर्की के राष्ट्रपति तैय्यप एर्दोगन ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के मंच से दरअसल एक बार फिर कश्मीर को लेकर जहर उगलते हुए कहा है कि कश्मीर एक ज्वलंत मुद्दा है और जम्मू-कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने वाले अनुच्छेद 370 को हटाए जाने के बाद यह समस्या और भी गंभीर हो गई है।