नई दिल्ली| विश्वबैंक के आंकड़ों के हिसाब से अल्पांश हिस्सेदारों के हितों की सुरक्षा के मामले में भारत की रैकिंग हाल में गिरी है। यह रैकिंग विश्वबैंक की कारोबार की सुगमता रैकिंग का हिस्सा है। वित्त मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंगलवार को कहा कि हितधारकों को इस पक्ष पर सुधार करने की जरूरत है।
अटल पेंशन योजना में 40 लाख से अधिक लोगों का कराया पंजीकरण
मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव आनंद मोहन बजाज ने कहा कि ब्रोकरों को लघु अवधि के लाभों से ऊपर उठकर देखने की जरूरत है। उन्हें लंबी अवधि की रणनीति पर ध्यान देना चाहिए जो निवेशकों को पूंजी बाजार के लिए आकर्षित कर सकें। उन्हें वहां रुकने के लिए रिझा सके। यह देश निर्माण के लिए काफी अहम है।
बजाज का यह बयान ऐसे समय आया है जब कुछ ब्रोकर कंपनियों के चूक करने की घटनाएं सामने आयी हैं जिनसे छोटे निवेशक प्रभावित हुए हैं। विश्व बैंक की कारोबार सुगमता 2020 रपट में छोटे निवेशकों के हितों की सुरक्षा के मामले में भारत पिछले साल के सातवें स्थान से फिसलकर 13वें स्थान पर आ गया है।