सिडनी| भारत के उप कप्तान लोकेश राहुल ने जूझ रहे अपने गेंदबाजों का पूरा समर्थन करते हुए कहा कि जसप्रीत बुमराह एंड कंपनी ने अभी तक परिस्थितियों के अनुकूल ढलने में कठिनाईयों का सामना किया है और यह हैरानी बात नहीं है कि बल्लेबाजों के मुफीद ऑस्ट्रेलियाई ट्रैक पर विकेट मुश्किल ही रहेगा। भारतीय गेंदबाजों ने ऑस्ट्रेलिया पहुंचने से पहले इंडियन प्रीमियर लीग में काफी शानदार प्रदर्शन किया था, लेकिन उन्होंने पहले दो वनडे में काफी ज्यादा रन लुटाए हैं जिससे मेजबान टीम ने तीन मैचों की वनडे सीरीज में 2-0 से अजेय बढ़त बना ली है।
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बुमराह पर टीम काफी निर्भर रहती है, लेकिन घरेलू टीम के बल्लेबाजों ने उनकी और मोहम्मद शमी की गेंदबाजी को साधारण प्रतीत कराते हुए मन माफिक रन जुटाए। भारत को दूसरे वनडे में 51 रन से हार का सामना करना पड़ा जिसके बाद राहुल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, ”मैं इस बात से सहमत नहीं हूं जब आप कहते हो कि वे जूझ रहे हैं। यहां अलग तरह के हालात हैं, अलग प्रारूप है। यह हमारे लिए सीखने की चीज (लर्निंग कर्व) है कि हम सोचें कि जब इस तरह के अच्छे बल्लेबाजी विकेट पर खेलें तो कैसे बेहतर करें।”
उन्होंने कहा, ”सफेद गेंद के क्रिकेट में, नियमित अंतराल पर विकेट हासिल करना अहम है, तभी आप रन गति पर लगाम कस सकते हो। हमें विकेट हासिल करने का अपना मंत्र ढूंढना होगा और बल्लेबाजी इकाई को सोचना होगा कि 30-40 रन की भागीदारी को कैसे बढ़ाना होगा।” राहुल ने कहा कि ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज परिस्थितियों के वाकिफ होने के कारण अच्छा कर सके। उन्होंने कहा, ”हम तेजी से हालात के अनुसार नहीं ढले। हमारे गेंदबाजी ग्रुप के लिए यह सीखने की चीज है कि वे तेजी से परिस्थितियों के अनुसार ढले।”