हिंदू धर्म में एकादशी व्रत को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। इस व्रत में भगवान विष्णु की उपासना करने का विधान है। मान्यता है कठिन व्रत से प्रसन्न होकर भगवान विष्णु भक्तों को सुख समृद्धि का आशीर्वाद प्रदान करते है। यह व्रत प्रत्येक माह के कृष्ण और शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि के दिन रखा जाता है।
वैदिक पंचांग के अनुसार, आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि के दिन इंदिरा एकादशी (Indira Ekadashi) व्रत का पालन किया जाएगा। पितृपक्ष में इस व्रत का विशेष महत्व और इस दिन विधि-विधान से भगवान विष्णु की उपासना करने से विशेष लाभ प्राप्त होता है।
इंदिरा एकादशी (Indira Ekadashi) 2024 पूजा व्रत
वैदिक पंचांग के अनुसार, आश्विन कृष्ण पक्ष की एकादशी तिथि 28 सितंबर दोपहर 02:45 तक रहेगी और इसी दिन इंदिरा एकादशी (Indira Ekadashi) व्रत का पालन किया जाएगा। एकादशी व्रत के दिन भगवान विष्णु की उपासना अभिजीत मुहूर्त में की जाती है, जो दोपहर 11:45 से दोपहर 12:35 के बीच रहेगा। वहीं दान-पुण्य के लिए विजय मुहूर्त को उत्तम माना जाता है जो दोपहर 02:10 से दोपहर 03:05 के बीच रहेगा।
बता दें कि इंदिरा एकादशी (Indira Ekadashi) के दिन श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान करने से पितरों की आत्मा को शांति प्राप्त होती है और उनका आशीर्वाद प्राप्त होता है। मान्यता है कि इंदिरा एकादशी के दिन तर्पण-पिंडदान करने से सात पीढ़ी तर जाते हैं।
पूजा के दौरान भगवान विष्णु के मंत्र और स्तोत्र का पाठ करें। वहीं पूजा के अंत में भगवान विष्णु की आरती के साथ पूजा संपन्न करें और प्रसाद को परिवार के सदस्यों में वितरित करें