नई दिल्ली। जुलाई माह में औद्योगिक उत्पादन (आईआईपी) में 10.4 प्रतिशत की गिरावट आई है। शुक्रवार को जारी सरकारी आंकड़ों में यह जानकारी दी गई है। आंकड़ों के अनुसार, जुलाई में विनिर्माण क्षेत्र के उत्पादन में 11.1 प्रतिशत की गिरावट रही। इसी तरह खनन क्षेत्र का उत्पादन 13 प्रतिशत तथा बिजली क्षेत्र का उत्पादन 2.5 प्रतिशत घटा। विनिर्माण, खनन और बिजली क्षेत्र का खराब प्रदर्शन औद्योगिक उत्पादन सूचकांक में गिरावट की मुख्य वजह रही है।
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सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय ने बयान में कहा, कोविड-19 महामारी के प्रसार को रोकने के लिए सरकार द्वारा किए गए उपायों तथा देशभर में लॉकडाउन की वजह से कई औद्योगिक क्षेत्र के प्रतिष्ठान मार्च अंत से परिचालन नहीं कर पाए हैं। बयान में कहा गया है कि इससे लॉकडाउन के दौरान इन प्रतिष्ठानों का उत्पादन प्रभावित हुआ। बाद में अंकुशों को हटाए जाने के बाद औद्योगिक गतिविधियां शुरू हो रही हैं।
विशेषज्ञों का कहना है औद्योगिक उत्पादन में गिरावट के बावजूद उसकी रफ्तार कम हुई है। लॉकडाउन खुलने के बाद इसमें धीरे-धीरे सुधार देखा जा रहा है।
आंकड़ों के अनुसार, जुलाई 2020 में विनिर्माण क्षेत्र का उत्पादन 11.1 प्रतिशत घटा है, जबकि पिछले साल इसी महीने में इसमें 4.8 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई थी। आईआईपी में विनिर्माण क्षेत्र का हिस्सा 77.63 प्रतिशत है।
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समीक्षाधीन महीने में बिजली क्षेत्र का उत्पादन 2.5 प्रतिशत घट गया, जबकि जुलाई, 2019 में इस क्षेत्र का उत्पादन 5.2 प्रतिशत बढ़ा था। जुलाई में टिकाऊ उपभोक्ता सामान के उत्पादन में भी 23.6 प्रतिशत की गिरावट आई। वहीं एक साल पहले समान महीने में इस क्षेत्र का उत्पादन 2.4 प्रतिशत घटा था।