Site icon 24 GhanteOnline | News in Hindi | Latest हिंदी न्यूज़

कृषि कानून बनने से पहले उद्योगपतियों के गोदाम बन गए : राकेश टिकैत

राकेश टिकैत

राकेश टिकैत

नई दिल्ली। भारतीय किसान यूनियन के प्रवक्ता राकेश टिकैत ने एक बार फिर दोहराया कि हमें कृषि कानूनों में संशोधन नहीं चाहिए। ये तीनों कृषि क़ानून खत्म होना चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने शामली की महापंचायत में किसानों से कहा कि वह अपने ट्रैक्टरों में तेल भरवा कर रखें, कभी भी दिल्ली की कॉल आ सकती है। इसके अलावा उन्होंने कहा कि एमपी-एमएलए अपनी पेंशन छोड़ दें।

महाराष्ट्र के वन मंत्री संजय राठौड़ ने दिया इस्तीफा, ये लगा है आरोप

राकेश टिकैत ने कहा कि हमें संशोधन नहीं चाहिए, क़ानून खत्म होना चाहिए, बिना पूछे आपने कानून बना दिया और फिर पूछते हो कि इसमें कमी क्या है? अनाज को तिजोरी में बंद करना चाहते हैं। भूख पर व्यापार करना चाहते हैं, उन्होंने कहा कि उनके रहते ऐसा नहीं होगा।

पश्चिम बंगाल के एडीजी (कानून व्यवस्था) को चुनाव आयोग ने हटाया

बता दें कि इससे पहले बागपत में बीते रोज़ राकेश टिकैत ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर कृषि कानून को वापस नहीं लिया गया तो, किसान 40 लाख ट्रैक्टर से दिल्ली पहुंचेगा। महापंचायत में उन्होंने कहा कि दिल्ली में कृषि कानून के खिलाफ आंदोलन जारी रहेगा। पूरे देश से किसान 40 लाख ट्रैक्टर से दिल्ली पहुंचेगा। किसान ट्रैक्टर में तेल डाल कर तैयार रहे। कृषि कानून बनने से पहले उद्योगपतियों के गोदाम बन गए। इनको तोड़कर छप्पर में तब्दील किया जाएगा। देश को लूटने वालों को भागना पड़ेगा।

Exit mobile version