भोपाल। भोपाल में दबोचे गए जमात-ए-मुजाहिदीन बांग्लादेश (जेएमबी) के चार आतंकी एटीएस की रिमांड पर है और उनके पूछताछ कर आतंकी संगठन की गतिविधयों की जानकारी जुटाई जा रही है। आतंकियों ने पूछताछ में बड़ा खुलासा किया है।
उन्होंने बताया कि भारत-बांग्लादेश सीमा (Indo-Bangladesh border) पर दलालों (Brokers) का नेटवर्क सक्रिय है और वे दलालों को चार रुपये देकर भारत में आए। उन्होंने 2021 में कोविड लॉकडाउन के दौरान दलालों के जरिए घुसपैठ की थी।
इंटेलिजेंस आईजी डॉक्टर आशीष ने मंगलवार को उक्त जानकारी देते हुए बताया कि चारों हार्डकोर आतंकी हैं और संगठन अलकायदा की आइडियोलॉजी फॉलो करते हैं। वे इंटरनेट वाइस कॉल के जरिए संगठन से जुड़े लोगों से बात करते थे। शुरुआती पूछताछ में आतंकियों ने त्रिपुरा से भारत में दाखिल होने की बात कबूली है। फिलहाल एटीएस उनके बयानों की भी तस्दीक कर रही है।
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उन्होंने बताया कि आतंकी कई महीने तक भारत-बांग्लादेश के सीमावर्ती गांवों में रहे। पूछताछ में उन्होंने घुसपैठ का मार्ग, सीमा में दलाल भारत में कैसे घुसपैठ कराते हैं, इसकी जानकारी भी दी है। दलालों के नेटवर्क को तोड़ने के लिए एटीएस ने स्पेशल टीम गठित की है। डीएसपी रैंक के अधिकारी इस टीम को लीड करेगा।
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आतंकियों ने पूछाताछ में बताया कि उन्होंने कुछ समय असम में भी बिताया। इसके बाद वे उत्तरप्रदेश में रहे। एटीएस उनके रहने वाले स्थानों की जानकारी जुटा रही है। आईजी डा. आशीष ने बताया कि आतंकियों से जुड़े लोकल नेटवर्क की भी जांच चल रही है। इनसे जुड़े कई संदिग्धों से पूछताछ की जा रही है।