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छत पर सूख रहे देसी बम फटने से एक मासूम की मौत, दूसरे की हालत गंभीर

Dead Body

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एटा। जिले के जैथरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम सर्रा में एक घर की छत पर रविवार दोपहर देसी बम (Desi Bomb) फट गए। वहां खेल रहे एक बच्चे का एक हाथ उड़ गया। दोनों आंखें जख्मी हो गईं। घायल को प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जैथरा पर लाया गया। प्राथमिक उपचार के बाद मेडिकल कॉलेज और वहां से आगरा के लिए रेफर किया गया। जाते समय रास्ते में मौत (Death) हो गई।

कस्बा के पास गांव सर्रा में रविवार को ऋषिपाल के घर की छत पर देसी बम सूख रहे थे। मकान का दरवाजा खुला था। पड़ोसी थान सिंह का 5 वर्षीय पुत्र सनी और राघवेंद्र का 6 वर्षीय पुत्र भोले खेलते हुए छत पर पहुंच गए। अचानक उन बमों में धमाका हो गया और बच्चे दूर जा गिरे। इन बमों के धमाकों में सनी का एक हाथ उड़ गया एवं दूसरा हाथ भी गंभीर जख्मी हो गया। आंखें बुरी तरह झुलस गईं। लोगों ने सनी को अस्पताल पहुंचाया। वहां से एटा मेडिकल कॉलेज और इसके बाद आगरा के लिए रेफर कर दिया गया।

परिजन उसे आगरा ले जा रहे थे। अवागढ़ के पास उसकी मौत हो गई। वहीं इस हादसे में दूसरा बालक भी लहूलुहान हो गया । जिसका उपचार प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर चल रहा है। बताया गया है कि ऋषिपाल नोएडा में रहकर पूरे परिवार के साथ सिलाई का काम करता है। रविवार सुबह 7 बजे नोएडा से लौटकर घर आया था। पूरा मकान लंबे समय से खाली पड़ा था। रविवार को ही उसने घर में साफ-सफाई की थी। वहीं ये देसी बम किसके थे अभी कोई पता नहीं लग सका है।

दिवाली की खुशियां बदलीं मातम में

जिस घर की छत पर बम सूख रहे थे, उसका स्वामी ऋषिनाथ नोएडा में रहता है। परिवार को भी वहीं रखता है। जिसके चलते गांव के इस घर में ताला लगा रहता है। रविवार को ही वह परिवार समेत यहां पहुंचा था। त्योहार की तैयारी के मद्देनजर घर की साफ-सफाई में सभी लोग जुटे हुए थे। अभी गांव का कोई व्यक्ति यह नहीं बता रहा कि छत पर सूख रहे बम किसके थे लेकिन ये गांव में मातम की वजह बन गए। साफ-सफाई के दौरान ही गांव के दो बच्चे छत पर पहुंच गए।

बच्चों को नहीं थी इस खतरे की जानकारी

इन मासूम बच्चों को बमों से खतरे की जानकारी तक नहीं थी। इस बीच किसी तरह एक के बाद एक दो धमाके और दोनों बच्चे बुरी तरह लहूलुहान हो गए। पूरी छत खून से रंग गई। सनी को चोट ज्यादा आई थी। धमाके बाद से ही गांव में सन्नाटा पसर गया था लेकिन जैसे ही सनी की मौत की खबर मिली वहां चीत्कार मच गया। गांव में तैयारियां स्थगित कर दी गईं और त्योहार फीका हो गया। थानाध्यक्ष रामेंद्र शुक्ला ने बताया कि हादसे की पूरी वजह पता की जा रही है।

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