एटा। अवागढ़ में मासूम बच्ची की अपहरण के बाद हत्या मामले में दो आरोपितों (arrested) ने घटना का खुलासा किया है। हत्या में प्रयुक्त बाइक, पकड़े बरामद कर लिए गए हैं।
पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि फिरौती के इरादे से अपहरण किया गया था, दुष्कर्म के प्रयास के दौरान मुंह दबाने से उसकी मौत हो गई थी।
अपर पुलिस अधीक्षक धनंजय कुशवाह ने बताया कि 08 दिन पूर्व अवागढ़ के एक व्यापारी की पांच वर्षीय बेटी की अपहरण के बाद हत्या कर दी गई थी। इस मामले की पिता द्वारा अज्ञात में एफआईआर दर्ज कराते हुए पुलिस से खुलासे की मांग की थी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बच्ची की दम घुटने से मौत और दुष्कर्म का आशंका जताई गई। इस पर एसएसपी उदय शंकर सिंह ने खुलासे में स्वाट टीम, इंटेलिजेंस विंग, जलेसर और सकीट सीओ, अवागढ़ व जलेसर इंस्पेक्टर ने 250 सीसीटीवी कैमरों को खंगाला और कैमरों में दिखाई दिए लोगों की स्थानीय लोगों ने पहचान कराने के बाद अवागढ़ किला बाईपास तिराहे से अवागढ़ के मोहल्ला तवायफान निवासी 19 वर्षीय प्रिंस ओझा, थाना व कस्बा अवागढ़ के मोहल्ला कछपुरा निवासी 22 वर्षीय रोहित नायक को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ के दौरान आरोपितों ने बताया कि उन पर कर्जा हो गया था, वह आर्थिक तंगी से जूझ रहे थे। अवागढ़ के कारोबारी के पुत्र के अपहरण की योजना बनाई थी। ताकि मोटी रकम मिल सके। आरोपितों को मालूम था कि इस परिवार से पहले भी कई अपहरण हो चुकें है, जोकि मोटी रकम देकर छूटे थे। इसी मंशा के चलते घटना से 4-5 दिन पहले से रेकी करना शुरू कर दी। घटना के दिन शाम 7ः15 बजे अंधेरे में बच्ची घर से बाहर आई, तो आरोपितों ने लड़का समझकर अपहण कर लिया। बाइक से धानमील ग्राउण्ड में ले जाकर देखा तो वह लड़का नहीं लड़की निकली। रोहित नायक ने दुष्कर्म का प्रयास किया, बच्ची के चिल्लाने पर उसका मुंह दबा लिया, दम घुटने से उसकी मौत हो गई।
दोनों ने बच्ची के शव को राम प्यारी हॉस्पीटल के पास चक्की वाली कच्ची गली में खाली पड़े प्लॉट के पास फेंक दिया। घर आकर आरोपितों ने कपड़े और बाइक का नम्बर बदल लिया। सीसीटीवी कैमरा में अपहरण की घटना कैद हो गई। पुलिस ने 250 सीसीटीवी कैमरा खंगाले। कपड़े, हुलिया आदि से आरोपितों की लोगों से पहचान कराई तो मामला खुल गया और गिरफ्तार कर लिए गए। आरोपितों की निशानदेही पर रोहित नायक के घर में छिपाकर रखे गए कपड़े, बाइक बरामद कर ली गई। आरोपितों के विरुद्ध आवश्यक कार्रवाई कर उन्हें न्यायालय में पेश किया गया। जहां से उन्हें जेल भेजा गया है।