लखनऊ। लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) ने अपने कैंटीन प्रबंधक पर 25 हजार रुपये का जुर्माना लगाया है। इसके साथ ही कोविड-19 वार्ड के डॉक्टरों को परोसे जाने वाले भोजन में कीड़े पाए जाने के बाद अनुशासनात्मक और कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी है। यूनिवर्सिटी ने कैंटीन में भोजन की गुणवत्ता पर निगरानी रखने के लिए एक समिति भी बनाई है।
रेजिडेंट डॉक्टर्स वेलफेयर एसोसिएशन (आरडीडब्ल्यूए) द्वारा कोविड-19 वार्ड ड्यूटी करन रहे डॉक्टरों को ड्यूटी पर दी जाने वाली ‘दाल’ में ‘कीड़े और लार्वा’ मिलने की शिकायत करने के एक दिन बाद यह फैसला आया। आरडीडब्ल्यूए ने केजीएमयू प्रशासन को दी गई अपनी शिकायत में कहा कि इस तरह की गंभीर बीमारी को रोकने में जुटे हमारे फ्रंटलाइन हेल्थकेयर योद्धाओं के साथ ऐसा व्यवहार करना अमानवीय है जबकि दुनिया भर की सरकारें अपने योद्धाओं की भलाई के लिए इतना कुछ कर रही हैं।
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एक आधिकारिक बयान में केजीएमयू ने कहा है कि खाद्य गुणवत्ता जांच समिति, जिसमें रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन, नसिर्ंग एसोसिएशन और कर्मचारी परिषद के प्रतिनिधि शामिल हैं, वह निगरानी कर रही है।। यह समिति नियमित रूप से औचक निरीक्षण करेगी और यह सुनिश्चित करेगी कि विश्वविद्यालय में खाद्य सुरक्षा अधिकारी द्वारा खाद्य गुणवत्ता की लगातार जांच की जाए।
कैंटीन में तैयार उसी भोजन का एक नमूना भी उसके लिए भेजना होगा। कोविड-19 ड्यूटी पर मौजूद डॉक्टरों ने खराब आवास की शिकायत भी की है। इसके लिए केजीएमयू ने कहा कि रेजिडेंट डॉक्टरों की इस दीर्घकालिक मांग को भी क्वारंटीन कमेटी के साथ चर्चा के बाद हल किया जाएगा। बता दें कि केजीएमयू सबसे बड़ी चिकित्सा सुविधा है जो कोविड-19 रोगियों के लिए काम कर रही है।