देवरिया। रामपुर कारखाना के एक दरोगा हेड कांस्टेबल के साथ कुशीनगर के खड्डा से युवती को पूछताछ के लिए लाए थे। दरोगा ने इसकी जानकारी अधिकारियों को नहीं दी। पुलिस अधीक्षक ने मामले की गंभीरता को देखते हुए दोनों को रविवार को निलंबित कर दिया। जिससे विभाग में हड़कंप मच गया।
रामपुर कारखाना थाने में तैनात दरोगा अखिलेश कुमार और हेड कांस्टेबल संपत वर्मा एक मामले में मोबाइल नम्बर के आधार पर किशोरियों का नाम सामने आया। दोनों पुलिसकर्मी कुशीनगर जिले खड्डा थाना क्षेत्र के किशोरियों के गांव पहुंच गए। जहां से दो किशोरियों को पूछताछ के लिए अपने साथ लेकर आए।
उस समय दोंनों लोगों के साथ कोई महिला कांस्टेबल नहीं थी। परिजनों ने विरोध किया तो पुलिस धमकी देते हुए किशोरियों को साथ लेकर चले आए। परिजनों ने इसकी शिकायत महिला आयोग से की। महिला आयोग ने पुलिस अधीक्षक से मामले के बारे जानकारी मांगी। दरोगा किशोरियों को पूछताछ के लिए लाने के बारे में अधिकारियों को जानकारी नहीं दी थी। पुलिस अधीक्षक ने इसे गंभीरता से लेते हुए दरोगा और हेड कांस्टेबल को निलंबित कर दिया।
कार्य में लापरवाही में दो सिपाही निलंबित
भलुअनी में तैनात कांस्टेबल सतेन्द्र यादव को पुलिस अधीक्षक ने निलम्बित कर दिया है। उन पर कार्य में लापरवाही करने के आरोप में कार्यवाही हुई है। उधर रामपुर कारखाना में तैनात कांस्टेबल धिरेन्द कुमार ने विभाग में संगठन बनाने के लिए ट्वीट और मैसेज दिया था।इस मामले में पुलिस अधीक्षक ने धीरेन्द को निलम्बित कर दिया।