उत्तर प्रद्रेश में पराली जलाने को लेकर तमाम जिलों में किसानों पर मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं। मैनपुरी में भी किसानों के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। यहां किशनी पुलिस ने 5 किसानों के खिलाफ केस दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया। इस दौरान पुलिस और किसानों में खेत में पराली जलाने को लेकर विवाद भी हुआ, जिसके बाद किशनी इंस्पेक्टर अजीत सिंह किसान को कॉलर पकड़कर घसीटते ले गए। इंस्पेक्टर की इस कार्रवाई की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
मामला मैनपुरी जिले के किशनी थाना क्षेत्र का है। यहां गुरुवार को एसडीएम रामसकल मौर्य पुलिस बल और उप कृषि निदेशक डीवी सिंह के साथ क्षेत्र में चेकिंग के लिए निकले थे। इसी दौरान पराली जलाने के 5 मामले सामने आए। मौके पर ही पांचों किसानों को पुलिस ने हिरासत में लेकर एसडीएम कोर्ट में पेश किया गया। यहां से उप जिलाधिकारी किशनी ने उन्हें जेल भेज दिया। पूरे जिले में इस बात की चर्चा है क्योंकि मैनपुरी में पहली बार पराली जलाने के मामले में किसानों को जेल भेजा गया है।
भारत-चीन के बीच 8वें दौर की बातचीत, लेफ्टिनेंट जनरल मेनन करेंगे भारतीय टीम की अगुवाई
यूं तो किसान को अन्नदाता कहा जाता है लेकिन तस्वीर में प्रभारी निरीक्षक अजीत सिंह किसान का कॉलर पकड़कर खींचते हुए ले जा रहे हैं। यह तस्वीर वायरल होने के बाद न सिर्फ किसानों में क्रोध है बल्कि आम आदमी में भी चर्चा का विषय बना हुआ है। लोगों का कहना है कि अन्नदाता के प्रति पुलिस का यह रवैया बर्दाश्त करने लायक नहीं है। अन्नदाता ही है, जो हर व्यक्ति का पेट भरता है और पुलिस उसी के साथ बर्बरतापूर्वक कार्रवाई करते नजर आती है।
मैनपुरी में पराली जलाने के मामले में प्रशासन लगातार कार्रवाई कर रहा है।
योगी सरकार का किसानों को तोहफा, अनाज मंडियों में शुल्क दर घटाई
आरोप है कि इनके खेत में पराली जलाई गई थी। मौके पर ही पुलिस ने पांचों किसानों को गिरफ्तार किया और एसडीएम कोर्ट में पेश किया। यहां से एसडीएम ने उन्हें जेल भेज दिया। ग्रामीणों का कहना है कि पहली बार पराली जलाने के मामले में किसानों को जेल भेजा गया है.