हिंदू धर्म में लभगभ हर घर में श्री राधा रानी और श्री कृष्ण (Shri Krishna) की प्रतिमा पूजा घर में होगी। यह बहुत कम ही लोग जानते हैं कि राधा रानी को पूजा घर में भगवान श्री कृष्ण के किस ओर रखना चाहिए। आपके लिए ज्योतिषाचार्य राधाकांत वत्स ने बताया कि श्री राधा रानी को श्री कृष्ण के किस तरफ स्थापित करना चाहिए।
श्री कृष्ण (Shri Krishna) के कौन से हाथ की तरफ करें राध रानी को स्थापित?
श्री कृष्ण (Shri Krishna) की शक्ति श्री राधा रानी हैं। भगवान श्री कृष्ण को बिना राधा रानी के कभी स्थापित नहीं करना चाहिए। उसके साथ हमें इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि उनकी दिशा और स्थान क्या होगी।
श्री कृष्ण (Shri Krishna) और राधा रानी में असीम प्रेम था। बहुत कम लोग यह जानते हैं कि उनके बीच विवाह भी हुआ था। यह एक गुप्त विवाह था, जो ब्रह्म देव ने कराया था। अब चूंकि वह भगवान श्री कृष्ण की पत्नी थी, इसलिए उनको उल्टे हाथ पर ही स्थापित करना चाहिए। यह स्थान पत्नी का माना गया है।
हालांकि कुछ लोगों का मानना है कि श्री कृष्ण और राधा रानी का ब्रह्म विवाह नहीं हुआ था। वह लोग उनको श्री कृष्ण के सीधे हाथ पर विराजित करते हैं। शास्त्रों में इस बात का जिक्र मिलता है कि श्री राधा रानी को बाईं ओर स्थापित किया जाता है। यह अशुभ समझा जाता है कि अगर श्री राधा रानी को श्री कृष्ण के दाईं ओर स्थापित किया जाए।
विवाह संबंधी समस्याएं होंगी दूर
यह माना जाता है कि श्री राधा रानी को भगवान श्री कृष्ण के सीधी ओर स्थापित किया जाए, तो आपकी विवाह संबंधी सारी समस्याएं दूर हो जाती हैं। आपका विवाह भी आपकी पसंद के जीवनसाथी से हो जाता है।