लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी 112 परियोजना के द्वितीय चरण के लिए सभी जरूरी कार्रवाई समय से किये जाने के निर्देश दिये हैं। उल्लेखनीय है कि इस वर्ष जून माह में इस परियोजना के प्रथम चरण का कार्यकाल पूर्ण हो रहा है।
अपर मुख्य सचिव, गृह अवनीश कुमार अवस्थी की अध्यक्षता में मंगलवार को कमाण्ड सेण्टर लोक भवन में यूपी 112 एवं शासन के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सम्पन्न उच्च स्तरीय बैठक में इस परियोजना के द्वितीय चरण के लिए फरवरी के अन्त तक विस्तृत परियोजना रिर्पोट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये गये है।
उल्लेखनीय है कि यूपी 112 परियोजना को और अधिक जनोपयोगी बनाने के साथ-साथ इसके संसाधनों में बढोत्तरी कर कई नयी योजनाओ जैसे वीमेन पावर लाइन 1090, जीआरपी, फायर सर्विस, 181 से भी इसका एकीकरण किया गया है। औद्योगिक प्रतिष्ठानों को सुरक्षित माहौल देने के लिए लिंक सेवा शुरू की जा रही है।
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ग्रामीण अंचल के स्थानीय लोगो से अधिक प्रभावी सम्पर्क बनाने के लिए उनकी भाषा में बातचीत करते हुए उत्तर देने के लिए अवधी, ब्रज, बुन्देली आदि क्षेत्रीय भाषाओ में संवाद किये जाने की व्यवस्था की शुरूआत की गई है। बाहर से प्रदेश भ्रमण पर आने वाले पर्यटकों को किसी भी आपात स्थिति में बातचीत मे सुगमता के लिए 18 विदेशी भाषाओं में बात करने की सुविधा भी उपलब्ध कराई गई है।
बैठक में यह भी निर्देश दिये गये है कि इस परियोजना के द्वितीय चरण के लिये गठित वर्किंग ग्रुप एक सप्ताह में अपनी रिर्पोट तैयार कर लें। बैठक मे जानकारी दी गई कि शासन के निदेर्शों के क्रम में अपर पुलिस महानिदेशक की अध्यक्षता में तीन बैठके भी आयोजित की जा चुकी हैं।
यूपी 112 के अन्तर्गत संचालित चार पहिया वाहनों मे संचार व सम्पर्क हेतु 3200 मोबाइल फोन पुलिस मुख्यालय स्तर से यूपी 112 को वर्ष 2016 में उपलब्ध कराये गये थे। इन मोबाइल फोन का उपयोग 24 घंटे निरन्तर किये जाने के फलस्वरूप अब इनमें से अधिकांश ठीक ढंग से कार्य नही कर रहे हैं, जिनके स्थान पर नये सेट खरीदने के निर्देश दिये गये हैं।
बैठक में यूपी 112 व प्राइवेट सुरक्षा एजेंसी के लिंक किये जाने सम्बन्धी कार्य में अबतक हुई प्रगति की समीक्षा की गयी। यूपी 112 से अपेक्षा की गयी है कि वो अपना कनेक्टिविटी का कार्य प्रारम्भ कर दे।