नई दिल्ली| भारतीय राष्ट्रीय शिक्षक शिक्षक परिषद (इंटेक) ने डीयू प्रशासन से ओपन बुक परीक्षा (ओबीई) के मूल्यांकन के लिए स्पष्ट निर्देश जारी करने की मांग की है। इस बाबत इंटेक की अकादमिक परिषद और शिक्षक संघ के कार्यकारी सदस्यों ने कुलपति को पत्र लिखा है।
इंटेक के संयोजक और राजधानी कॉलेज के एसोसिएट प्रोफेसर पंकज गर्ग ने बताया कि हमने कुलपति से ओबीई की मूल्यांकन प्रक्रिया सुव्यवस्थित करने की मांग की है। पत्र में शिक्षकों ने ओबीई की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन में आने वाली समस्याओं को भी बताया है। उन्होंने बताया कि कई शिक्षक ने कहा कि मूल्यांकन के लिए बड़ी संख्या में उत्तर पुस्तिकाएं उन्हें सौंपी गई हैं। यह अन्यायपूर्ण और अनैतिक है। इसके अलावा कॉपियों की जांच के लिए स्पष्ट दिशा निर्देश नहीं दिए गए हैं।
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कुछ शिक्षकों को उन पेपर की उत्तर पुस्तिकाएं मिल रही हैं जो उन्होंने पढ़ाई ही नहीं हैं। इसके अलावा कई शिक्षकों के पास घर पर लैपटॉप या डेस्कटॉप नहीं हैं, जो उनके कार्य को कठिन बना देते हैं। इंटेक ने मांग की है कि मूल्यांकन प्रक्रिया में एकरूपता बनाए रखने के लिए अलग और स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए जाएं। शिक्षक ऑनलाइन कक्षाएं लेने में व्यस्त हैं और मूल्यांकन भी ऑनलाइन ही कर रहे हैं। एक दिन में इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों का अत्यधिक उपयोग हानिकारक हो सकता है।