सेना भर्ती में सोमवार को उत्तर प्रदेश (यूपी) के 21 अभ्यर्थियों को फर्जी दस्तावेज के साथ पकड़ा गया। दानापुर मिलिट्री इंटेलीजेंस की मुजफ्फरपुर टीम ने जांच में इन्हें दबोचा। सभी को काजी मोहम्मदपुर थाने के हवाले कर दिया गया है।
हालांकि, सेना की ओर से एफआईआर दर्ज नहीं कराए जाने के कारण सभी को देर शाम छोड़ दिया गया। वहीं, बहाली प्रक्रिया के दौरान 490 युवकों को मेडिकल जांच के लिए चयनित किया गया।
दरअसल, सोमवार को पटना, सारण और सीवान जिले के अभ्यर्थियों की सोल्जर टेक्निकल श्रेणी के लिए बहाली की प्रक्रिया होनी थी। इसके लिए 5300 अभ्यर्थियों ने ऑनलाइन आवेदन किया था। इसमें से 4050 अभ्यर्थी चक्कर मैदान पहुंचे। दस्तावेजों की जांच की गई। इस क्रम में मिलिट्री इंटेलीजेंस की सूचना पर हुई जांच में 21 अभ्यर्थियों का आवासीय व आधार कार्ड फर्जी पाया गया। फर्जी दस्तावेज के साथ आए सभी अभ्यर्थी उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले के विभिन्न थाना क्षेत्र के रहने वाले थे। सभी को पुलिस के हवाले कर दिया गया। वहीं, शिकायती आवेदन नहीं मिलने की स्थिति में सभी को छोड़ दिया गया।
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वहीं, बहाली प्रक्रिया के दौरान विभिन्न चरण को पूरा करने के बाद पटना, सीवान और सारण के 490 अभ्यर्थियों ने दौड़ में भी सफलता प्राप्त की। इनका चयन मेडिकल जांच के लिए किया गया है। मंगलवार को सोल्जर टेक्निकल पद के लिए बहाली की प्रक्रिया होगी। इसमें सारण जिले अभ्यर्थी शामिल होंगे। वहीं, सोल्जर एनए में सभी जिले के साथ सोल्जर क्लर्क और एसकेटी के लिए सीवान जिले के अभ्यर्थी हिस्सा लेंगे।
मिलिट्री इंटेलिजेंस की टीम ने बताया कि सूचना थी कि बहाली के दौरान फर्जी दस्ताबेज के साथ उत्तर प्रदेश के युवक शामिल हो रहे हैं। इस पर सख्ती से छानबीन की गई। इस दौरान दो दर्जन युवकों को पकड़ा गया। जांच में तीन के कागजात सही पाये गए। उन्हें छोड़ दिया गया। बचे युवकों को पुलिस को सौंप दिया गया।
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बताया कि जांच के दौरान युवकों के पास से बहाली में जरूरत आने वाले सभी कागजात थे। शैक्षणिक कागजात सही पाये गए। लेकिन, आचरण, अविवाहित, सरपंच और कोरोना प्रमाण पत्र फर्जी मिले। युवकों के पास से बिहार और यूपी दोनों जगह के आधार कार्ड मिले। बिहार का आधार कार्ड फर्जी मिला। यूपी वाले आधार कार्ड से उसका नंबर मिल रहा था। सिर्फ पता विभिन्न था।
बहाली में फेल अभ्यर्थियों को सेना में नौकरी दिलाने के लिए बिचौलिए सात लाख रुपये की मांग कर रहे हैं। बिचौलिए इन युवाओं को चक्कर मैदान व इसके आसपास के इलाके में ही फांस रहे हैं। अपनी बात और पहुंच का हवाला देकर युवकों को फांस रहे हैं। फर्जी दस्तावेज के साथ पकड़े गए युवकों ने इसकी जानकारी पुलिस को दी है। बताया कि बिचौलिये स्टेशन से बटलर रोड तक फैले होते है। इसमें कई रिटायर सैनिक होने का भी दावा करते है। हालांकि, इस संबंध में पुलिस ने कोई अधिकारिक जानकारी नहीं दी है न ही केस दर्ज किया गया है।