आज के समय में वाई-फाई यानी ब्रॉडबैंड कनेक्शन लगभग हर घर की जरूरत बन चुका है। वाई-फाई कनेक्शन का सबसे बड़ा फायदा यह है कि इसमें हाई-स्पीड इंटरनेट (Internet ) उपलब्ध होता है और आप अनलिमिटेड डेटा का लाभ उठा सकते हैं।
हालांकि, कई बार ब्रॉडबैंड कनेक्शन लेने के बावजूद इंटरनेट (Internet ) स्पीड स्लो हो जाती है या नेटवर्क कनेक्टिविटी में समस्या आती है। सामान्यत: ब्रॉडबैंड और वाई-फाई में कनेक्टिविटी की समस्या बहुत कम देखने को मिलती है, लेकिन कई बार हमारी ही कुछ गलतियों के कारण इंटरनेट की स्पीड प्रभावित हो सकती है। अगर आपको भी अपने वाई-फाई नेटवर्क की स्लो स्पीड या कनेक्टिविटी में परेशानी हो रही है, तो नीचे दिए गए आसान टिप्स आपकी मदद कर सकते हैं।
राउटर की लोकेशन सही करें
वाई-फाई इंस्टालेशन के दौरान कई बार लोग राउटर को किसी भी जगह सेट कर देते हैं, जिससे नेटवर्क की पहुंच सीमित हो जाती है। यदि आपके घर में कई लोग अलग-अलग स्थानों पर इंटरनेट (Internet ) का उपयोग कर रहे हैं, तो यह बेहद जरूरी है कि राउटर को एक सेंट्रल पॉइंट पर रखा जाए।
क्या करें:
– राउटर को घर के बीचों-बीच किसी खुले स्थान पर रखें, जिससे सिग्नल सभी दिशाओं में समान रूप से पहुंचे।
– राउटर को दीवारों, दरवाजों या किसी बड़े इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के पास न रखें, क्योंकि यह सिग्नल को कमजोर कर सकते हैं।
– यदि आपके घर के कुछ कोनों में नेटवर्क कमजोर पड़ता है, तो Wi-Fi एक्सटेंडर या मेश सिस्टम का उपयोग करें, जिससे पूरे घर में बेहतर कवरेज मिले।
बैंड की सेटिंग को बदलें
ब्रॉडबैंड में उपयोग किए जाने वाले ज्यादातर आधुनिक राउटर 5 GHz और 2.4 GHz बैंड पर काम करते हैं। इन दोनों बैंड्स के उपयोग के अंतर को समझकर आप अपनी जरूरत के हिसाब से सही सेटिंग्स कर सकते हैं।
5 GHz बैंड:
फायदा: तेज़ इंटरनेट स्पीड देता है।
नुकसान: इसकी रेंज कम होती है, यानी यह कम दूरी तक ही अच्छा काम करता है।
2.4 GHz बैंड:
फायदा: इसकी रेंज अधिक होती है, यानी यह बड़े घरों में बेहतर कवरेज देता है।
नुकसान: स्पीड 5 GHz की तुलना में थोड़ी कम होती है।
क्या करें:
– यदि आप लैपटॉप, मोबाइल या अन्य डिवाइसेस को नजदीकी राउटर कनेक्शन से तेज़ स्पीड पर चलाना चाहते हैं, तो 5 GHz बैंड चुनें।
– यदि आपको दूरी पर मजबूत नेटवर्क चाहिए, तो 2.4 GHz बैंड का उपयोग करें।
– कई राउटर में ऑटो बैंड सेलेक्शन का विकल्प होता है, इसे इनेबल करें ताकि डिवाइस खुद सही बैंड से कनेक्ट हो जाए।
राउटर के पास न रखें इलेक्ट्रॉनिक सामान
राउटर की लोकेशन के अलावा, उसके आसपास रखे सामान भी इंटरनेट स्पीड को प्रभावित कर सकते हैं। विशेष रूप से मेटल के सामान और भारी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेस वाई-फाई सिग्नल को ब्लॉक कर सकते हैं।
क्या करें:
– राउटर को ऐसी जगह पर रखें जहां कोई मेटल फर्नीचर, अलमारी या भारी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण न हो।
– यदि राउटर किसी टीवी, माइक्रोवेव, रेफ्रिजरेटर, कॉर्डलेस फोन, या स्पीकर के पास रखा है, तो इसे वहां से हटा दें, क्योंकि ये डिवाइसेस वाई-फाई सिग्नल में दखल देते हैं।
– बेहतर कनेक्टिविटी के लिए इथरनेट केबल (LAN) का उपयोग करें। यह खासतौर पर उन लोगों के लिए जरूरी है जो ऑनलाइन गेमिंग या 4K स्ट्रीमिंग करते हैं।
राउटर को समय-समय पर रीस्टार्ट करें
कई बार लोग राउटर को हफ्तों या महीनों तक बिना रीस्टार्ट किए इस्तेमाल करते हैं, जिससे उसकी परफॉर्मेंस धीमी हो सकती है। लगातार ऑन रहने से राउटर का कैश मेमोरी भर जाती है, जिससे डेटा ट्रांसफर की गति प्रभावित होती है।
क्या करें:
– हर दो-तीन दिन में एक बार राउटर को रीस्टार्ट जरूर करें, ताकि सिस्टम की मेमोरी रीफ्रेश हो जाए।
– यदि राउटर ज्यादा गर्म हो रहा है, तो इसे कुछ देर ऑफ करके ठंडा होने दें और फिर चालू करें।
– अपने राउटर के फर्मवेयर को अपडेट करें, क्योंकि पुराने वर्जन की वजह से भी स्पीड में दिक्कत आ सकती है।
अनवांटेड डिवाइसेस को डिस्कनेक्ट करें
कई बार ऐसा होता है कि हमारे वाई-फाई नेटवर्क से बहुत सारे डिवाइसेस जुड़े होते हैं, जिनका हमें जरूरत नहीं होती। इससे इंटरनेट बैंडविड्थ बंट जाती है और स्पीड कम हो जाती है।
क्या करें:
– समय-समय पर राउटर के कनेक्टेड डिवाइसेस की लिस्ट चेक करें और अनावश्यक डिवाइसेस को डिस्कनेक्ट करें।
– यदि आपको किसी को गेस्ट नेटवर्क देना है, तो राउटर में उपलब्ध गेस्ट मोड का उपयोग करें, जिससे मेन नेटवर्क सुरक्षित रहेगा।
– अगर आपका इंटरनेट कनेक्शन स्लो हो रहा है, तो राउटर का पासवर्ड बदल दें, ताकि कोई अनजान व्यक्ति आपके नेटवर्क का उपयोग न कर सके।
बेहतर प्लान का चुनाव करें
कई बार समस्या हमारी इंटरनेट स्पीड या नेटवर्क सेटिंग्स में नहीं, बल्कि हमारे इंटरनेट प्लान में होती है।
क्या करें:
– यदि आपके घर में कई लोग एक साथ इंटरनेट का उपयोग कर रहे हैं, तो हाई-स्पीड प्लान का चयन करें।
– अपलोड और डाउनलोड स्पीड चेक करें ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि आपका ISP (Internet Service Provider) वादा किए गए स्पीड के अनुसार सेवा दे रहा है।
– अगर बार-बार समस्या हो रही है, तो ISP से संपर्क करें या बेहतर सेवा प्रदाता में शिफ्ट करें।