नई दिल्ली। पब्लिक प्रोविडेंट फंड (Public Provident Fund) या PPF मौजूदा समय में देश में सबसे लोकप्रिय, लंबी अवधि के निवेशों में से एक है। यह सभी भारतीयों के बीच सबसे लोकप्रिय सेविंग्स (Savings) के तरीकों में से एक है। यह निवेश (Invest) का एक सुरक्षित विकल्प है, जो उन्हें स्थायी और आकर्षक रिटर्न (Return) की गारंटी देता है।
अगर निवेश इस स्कीम (Savings Scheme) में नियमित तौर पर निवेश (Invest) करता है, तो वह कुछ सालों में पीपीएफ के जरिए अच्छी दौलत इकट्ठा कर सकता है। पब्लिक प्रोविडेंट फंड या पीपीएफ सरकार द्वारा समर्थित, ज्यादा यील्ड्स वाली स्मॉल सेविंग्स स्कीम है। इसका मकसद रिटायरमेंट के बाद निवेशकों (Investors) के लिए लंबी अवधि की दौलत तैयार करना होता है। पीपीएफ निवेश (Invest) के टैक्स फ्री माध्यम के तौर पर भी काम करती है।
निवेशक (Investors) कम से कम साल में 500 रुपये का निवेश (Invest) कर सकते हैं। इस स्कीम में निवेश (Invest) की अधिकतम राशि सालाना 1.5 लाख रुपये तक हो सकती है। पब्लिक प्रोविडेंट फंड या पीपीएफ भारत में सबसे ज्यादा ब्याज देने वाली स्कीम्स में से एक है। पीपीएफ पर मौजूदा समय में 7.1 फीसदी की ब्याज दर मौजूद है, जो बैंक एफडी से कहीं ज्यादा है। पीपीएफ EEE स्कीम्स में से एक है, जहां निवेश, ब्याज और कॉर्पस पूरी तरह टैक्स फ्री होता है।
निवेश (Invest) की अवधि क्या है?
निवेशक अपने पीपीएफ (PPF) अकाउंट में लगातार 15 साल तक के लिए निवेश (Invest) कर सकते हैं। हालांकि, अगर व्यक्ति को 15 साल के आखिर में पैसों की जरूरत नहीं पड़ती है, तो वह आगे पीपीएफ अकाउंट की अवधि को बढ़ा सकता है। यह पांच-पांच साल के लिए एक फॉर्म सब्मिट करके किया जा सकता है।
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अगर आप अपने पीपीएफ अकाउंट में 33 रुपये प्रति दिन का निवेश (Invest) करते हैं, तो आपकी मासिक निवेश की वैल्यू करीब 1,000 रुपये होगी। इसका मतलब है कि प्रति साल, आप 12,000 रुपये से थोड़ा कम निवेश (Invest) कर रहे हैं। अगर यह आप 25 साल की उम्र से लेकर 60 साल की उम्र तक करते हैं, तो कुल 35 साल बाद, आपको अपनी रिटायरमेंट के समय तक मैच्योरिटी पर पहुंचने के बाद 18.14 लाख रुपये मिलेंगे। यह राशि पूरी तरह टैक्स फ्री होगी और कुल कमाया गया ब्याज करीब 14 लाख रुपये होगा। 25 सालों में आपके द्वारा जमा की गई कुल राशि 4.19 लाख रुपये रहेगी।