आज के समय में निवेशक अपने निवेश (Invest) पर ज्यादा से ज्यादा रिटर्न चाहता है लेकिन सुरक्षा भी चाहता है। ऐसी तमाम योजनाएं (Schemes) हैं जो निवेश के लिहाज से बेहतर विकल्प होती है। हम यहां पांच ऐसी योजनाओं की चर्चा करेंगे जो रिटर्न भी बढ़िया देती है और कुछ स्कीम पर इनकम टैक्स एक्ट की धारा 80 सी के तहत टैक्स में छूट भी मिलती है।
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF)
पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) में निवेश पर आपको किसी भी तरह का टैक्स नहीं देना होता है। इनकम टैक्स की धारा 80सी के तहत 1.5 लाख रुपये तक के निवेश रकम, ब्याज, और स्कीम के मैच्योर हो जाने पर टैक्स से छूट दिया जाता है। फिलहाल इस स्कीम में निवेश करने पर ग्राहकों को 7.1% ब्याज मिलता है। मौजूदा समय में PPF पर मिल रहा ब्याज काफी ज्यादा है। इतना ब्याज किसी भी बैंक द्वारा फिक्स्ड डिपॉजिट स्कीम पर ऑफर नहीं किया जा रहा है।
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट (NSC)
नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट स्कीम पर सलाना 6.8% का ब्याज (चक्र वृद्धि ब्याज) मिलता है। यह स्कीम भी रिटर्न की गारंटी देता है।इनकम टैक्स की धारा 80सी के तहत इस पर टैक्स से राहत मिलता है। नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट की मेच्योरिटी 5 साल होती है। NSC में न्यूनतम निवेश राशि 100 रुपये और अधिकतम निवेश राशि की कोई सीमा नहीं है। मौजूदा समय में जो ब्याज इस स्कीम पर दिया रहा है उस लिहाज से अगर आप आज 1000 रुपये निवेश करते हैं तो आपको पांच साल बाद यानी स्कीम मैच्योर होने के बाद 1389.49 रुपये रिटर्न मिलेगा।
सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम (SCSS)
सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम (SCSS) उन लोगों की मदद के लिए है जो 60 साल की उम्र पार कर चुके हैं और उन्हें किसी भी तरह की मासिक पेंशन नहीं मिलती या फिर किसी अन्य माध्यम से उनके पास पैसा आने का जरिया नहीं है। ऐसे लोग 15 लाख रुपये तक की राशि SCSS अकाउंट में जमा कर हर तिमाही पर ब्याज का लाभ पा सकते हैं। इस स्कीम में निवेश करने वाले सिटिजन ब्याज की रकम अपने लिंक खाते से निकाल सकते हैं। इस स्कीम में निवेश की गई मूल रकम मैच्योरिटी पूरी होने के बाद रिटर्न कर दी जाती है। सीनियर सिटिजन चाहें तो उस रकम को नए सिरे से दोबारा इसी स्कीम में निवेश कर नया अकाउंट ले सकते हैं।
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सुकन्या समृद्धि योजना
सुकन्या समृद्धि योजना लड़कियों की सुरक्षा के लिए चलाई जा रही है। इस स्कीम को भी PPF की तरह एक्जेम्प्ट-एक्जेम्प्ट-एक्जेम्प्ट (EEE) का टैक्स दर्जा हासिल है। ब्याज की बात करें तो इस स्कीम पर बैंक एफडी के मुकाबले बेहतर 7.6 फीसदी का सालाना ब्याज मिलता है।
किसान विकास पत्र
किसान विकास पत्र पर भी रिटर्न गारंटी मिलता है। इस स्कीम में निवेश करने पर ग्राहक को 6.9 फीसदी सालाना ब्याज मिलता है। इस स्कीम के मैच्योर होने की अवधि 124 महीने है। इस योजना में न्यूनतम निवेश राशि की सीमा 1,000 रुपये और अधिकतम निवेश राशि की कोई सीमा नहीं है। हालांकि इस पर PPF और NSC की तहर टैक्स में छूट नहीं मिलता है।