ईरान (Iran) ने सोमवार को कतर और इराक में अमेरिकी सैन्य अड्डों पर मिसाइल हमले किए, जिसे अमेरिका की ओर से उसके परमाणु स्थलों पर बमबारी का जवाब माना जा रहा है। कतर के अल उदेद एयर बेस पर हुए हमले को कतर ने नाकाम कर दिया, जिसमें कोई हताहत नहीं हुआ। ईरान ने दावा किया कि यह अटैक अमेरिकी हमलों की तरह ही था और इसका उद्देश्य तनाव कम करना है। वहीं, इराक के ऐन अल-असद बेस को निशाना बनाया गया, लेकिन नुकसान या हताहतों की जानकारी अभी स्पष्ट नहीं है।
ईरान (Iran) ने सोमवार रात घोषणा की कि उसने कतर के अल उदेद वायु सेना अड्डे पर तैनात अमेरिकी बलों पर हमला किया है। यह घोषणा ईरानी राज्य टेलीविजन पर सैन्य संगीत के साथ की गई, जिसमें स्क्रीन पर कैप्शन में इसे ‘अमेरिका की आक्रामकता के खिलाफ ईरानी सशस्त्र बलों की शक्तिशाली और सफल प्रतिक्रिया’ बताया गया। यह हमला कतर की ओर से ईरान की धमकियों के बीच सावधानी के तौर पर अपने हवाई क्षेत्र को बंद करने के तुरंत बाद हुआ है।
कतर ने इस हमले को अपनी संप्रभुता और अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन करार दिया। कतर में स्थित अल उदेद अड्डा अमेरिकी मध्य कमान का क्षेत्रीय मुख्यालय है, जहां लगभग 9 हजार अमेरिकी सैनिक तैनात हैं। हमले से पहले, अमेरिका और ब्रिटेन ने अपने नागरिकों को कतर में सुरक्षित स्थान पर जाने की सलाह दी थी। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि उन्होंने आसमान में मिसाइल जैसी चीजें देखीं। ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेकियान ने हमले से ठीक पहले सोशल प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, ‘हमने न तो युद्ध शुरू किया है, न ही इसे चाहते हैं। लेकिन हम महान ईरान पर आक्रमण का जवाब दिए बिना नहीं छोड़ेंगे।’
कतर ने बंद कर दिया एयर स्पेस
अमेरिका ने रविवार तड़के ईरान के तीन परमाणु स्थलों पर बमबारी की थी, जिसके जवाब में ईरान ने बदला लेने की धमकी दी थी। मालूम हो कि कतर ईरान के साथ राजनयिक संबंध बनाए रखता है और तेहरान के साथ एक विशाल अपतटीय प्राकृतिक गैस क्षेत्र साझा करता है। उसने ईरानी धमकियों के बीच अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया। इसके अलावा, इजरायल ने भी ईरान के खिलाफ अपने युद्ध को तेज करते हुए तेहरान में एक जेल के गेट पर हमला किया। हाल के विरोध प्रदर्शनों को दबाने वाले सैन्य बल के मुख्यालय को भी निशाना बनाया गया।