ईरान सरकार का एक बार फिर क्रूर चेहरा सामने आया है। ईरान ने रविवार को 11 कैदियों को फांसी (Hanged) पर चढ़ा दिया और एक राजनीतिक कैदी को पिछले हफ्ते बाकी कैदियों से अलग सेल में भेज दिया गया है। एक दिन में 11 कैदियों को फांसी की सजा के बाद मानव अधिकारों संगठनों ने ईरान सरकार पर सवाल उठाएं।
नार्वे के हेंगाव और ईरान के हाल्वश समूह ने रविवार को बताया कि मारे गए कैदियों में से सात को मध्य ईरान के यज़्द सेंट्रल जेल में फांसी दी गई और चार को दक्षिण-पूर्व में जाहेदान सेंट्रल जेल में। बता दें कि फांसी दिए जाने वाले कैदियों पर हत्या और नशीली दवाओं से संबंधित अपराधों के आरोप थे।
एक हफ्ते में 34 लोगों को फांसी (Hanged)
मानव अधिकार समूहों की रिपोर्ट में बताया गया है कि इस हफ्ते बुधवार से रविवार के बीच ईरानी जेलों में कम से कम 34 कैदियों को फांसी दी गई है। वहीं शनिवार को एक राजनीतिक कैदी समन मोहम्मदी-खियारेह को करज में घेज़ेल हेसर जेल में एकांत कमरे में भेजा गया है। ये कदम उनको जल्द फांसी दिए जाने का संकेत दे रहा है। ईरान इंटरनेशनल की खबर के मुताबिक उनके परिवार को आखिरी मुलाकात के लिए बुलाया गया है।
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मोहम्मदी-खियारेह को 19 साल की उम्र में ‘शासन-विरोधी समूहों की सदस्यता’ के जरिए से ‘ईश्वर के विरुद्ध युद्ध छेड़ने’ के आरोप में गिरफ्तार गया था और उन्हें दोषी पाते हुए मौत की सजा सुनाई गई थी।