सर्दियों में ठंड की वजह से गले में दर्द होना आम बात है, परंतु सर्दियों में होने वाला गले का दर्द टॅान्सिल की बीमारी की वजह से भी हो सकता है। आमतौर पर टॅान्सिल की बीमारी सर्दियों में अधिक होती है। टॅान्सिल की बीमारी बैक्टिरियां और वायरल दोनों की वजह से होती है। टॉन्सिल की वजह से गले में सूजन, दर्द, खराश हो जाती है। आज इस लेख के माध्यम से हम आपको इस बीमारी के लक्षण और उपचार बताएंगे। सर्दियों के मौसम में ठंडी चीजों का सेवन करने की वजह से भी ये बीमारी हो सकती है। अगली स्लाइड्स में जानिए टॅान्सिल की बीमारी के लक्षण और उपचार…
टॅान्सिल शरीर का एक ऐसा अंग है, जो गले के दोनों तरफ रहता है। टॅान्सिल बाहरी इंफेक्शन से शरीर की रक्षा करने में सहायक होता है। टॅान्सिल जर्म्स से लड़ने का काम करता है।
टॉन्सिल के लक्षण
- गले में तेज दर्द होता है।
- खाना निगलने में कठिनाई होती है।
- कान के निचले भाग में दर्द होता है।
- जबड़ों के निचले हिस्से में सूजन।
- गले में खराश महसूस होती है।
- कमजोरी, थकान और चिड़चिड़ापन।
- छोटे बच्चों में सांस लेने में तकलीफ।
टॅान्सिल का घरेलू उपचार
- नमक के पानी से गरारे करने से इस बीमारी में आराम मिलता है।
- शहद के साथ गर्म पानी का सेवन करें।
- अदरक के पानी से गरारा करें।
- फिटकरी के पाउडर को पानी में उबालकर गरारा करें।
- एक गिलास दूध में 4- 6 तुलसी के पत्ते उबालें। दूध के गुनगुना होने पर दूध में आधा चम्मच शहद मिलाकर इसका सेवन कर लें।