Site icon 24 GhanteOnline | News in Hindi | Latest हिंदी न्यूज़

कहीं आपने नकली कांजीवरम साड़ी तो नहीं खरीद ली, ऐसे करें असली की पहचान

Kanjivaram Saree

Kanjivaram Saree

हैंडलूम साड़ियों में अगर बात कांजीवरम साड़ी (Kanjivaram Saree) की हो तो ये हर महिला को पसंद होती हैं. कई एक्ट्रेसेस भी खास मौकों पर कांजीवरम साड़ियां को पहने नजर आती हैं. ये साड़ियां कारीगरों की कड़ी मेहनत से बनाई जाती हैं और काफी महंगी भी होती हैं. ऐसे में अगर आपने कोई कांजीवरम साड़ी (Kanjivaram Saree) खरीदी है या फिर खरीदना चाहती हैं तो आपको इसकी पहचान होना बेहद जरूरी है, क्योंकि आजकल बाजार में हैंडलूम साड़ियों की कई कॉपी आने लगी हैं और उन्हें कई बार महंगे दामों में पर ग्राहक को बेच दिया जाता है.

कांजीवरम साड़ी (Kanjivaram Saree) को उसके इतिहास और खास धागों से की गई कारीगरी के लिए जाना जाता है. फेस्टिवल हो या फिर कोई ऑफिशियल इवेंट, कांजीवरम साड़ी में रिच लुक मिलता है. फिलहाल जान लेते हैं कि कैसे कुछ सिंपल चीजों से आप असली और नकली कांजीवरम साड़ी (Kanjivaram Saree)  में फर्क कर सकती हैं.

असली कांजीवरम साड़ी (Kanjivaram Saree)

असली कांजीवरम रेशम की पहचान करने के लिए पारखी नजर होना बेहद जरूरी होता है. असली कांजीवरम साड़ी में बढ़िया क्वालिटी का असली रेशम यूज किया जाता है. इस पर कुछ इस तरह से हैंडलूम वर्क होता है, जिसकी बनावट दानेदार होती है. आप इस छूकर असली और नकली के बीच अंतर पता कर सकती हैं

काम में होती है बारीकी

असली कांजीवरम साड़ी (Kanjivaram Saree) में अलग चमक दिखाई देती है. इसपर किया गया काम काफी बारीक होता है. कांजीवरम साड़ियों को उनके आकर्षक रंगो और चमक व महीन काम के लिए जाना जाता है. आप गौर से देखेंगे तो पाएंगे कि असली कांजीवरम साड़ी (Kanjivaram Saree) में काफी बारीक जरी का काम किया होता है. इस साड़ी में मुगल प्रेरित डिजाइन बने होते हैं.

धागे से करें पहचान

जब आप इसके धागों को हल्का सा खुरच कर देखती हैं, तब उसमें अगर लाल सिल्क निकलता हो तो समझिए कि आपकी कांजीवरम साड़ी (Kanjivaram Saree)  असली है. नकली कांजीवरम साड़ियों में सफेद रंग के धागे निकल सकते हैं.

ये भी कर सकती हैं

दुकान पर तो इस टेस्ट को नहीं किया जा सकता, लेकिन आपके पास अगर कोई कांजीवरम साड़ी (Kanjivaram Saree) है और आप देखना चाहती हैं वो असली है या नकली तो साड़ी के कुछ धागों को इकट्ठा करके बंच बनाएं और बांध दें. इसके बाद सावधानी के साथ जलाएं. इसमें धुंआ आते ही बुझाकर देखें. अगर गंधक जैसी महक आती है और धागे राख बन जाते हैं तो यह असली कांजीवरम की पहचान मानी जाती है.

Exit mobile version