Site icon 24 GhanteOnline | News in Hindi | Latest हिंदी न्यूज़

ISIS के संदिग्ध आतंकी अबू यूसुफ की करतूत पहले छिपाई, अब परिजन लगा रहे हैं माफी की गुहार

ISIS के संदिग्ध आतंकी अबू यूसुफ

ISIS के संदिग्ध आतंकी अबू यूसुफ

 

बलरामपुर। ISIS के संदिग्ध आतंकी अबू यूसुफ को भले ही दिल्ली पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार किया है, लेकिन अबू यूसुफ के परिजन उसकी गतिविधियों से अंजान ही थे।

आतंकी अबू यूसुफ की गिरफ्तारी के बाद कई चौंकाने वाले खुलासे सामने आ रहे हैं। जैसे-जैसे पुलिस की जांच आगे बढ़ रही है अबू यूसुफ के बारे में नई-नई जानकारियां पुलिस के हाथ लग रही हैं। शनिवार देर रात तक बलरामपुर स्थित उसके घर में पुलिस ने छानबीन की थी। इसके बाद रविवार को भी पुलिस की जांच जारी है।

कोरोना के शुरू होने के बाद ई-गोल्ड की बढ़ी 50 फीसदी मांग

इस खुलासे के बाद अब तो यूसुफ के परिजनों ने भी स्वीकार किया है कि वह पिछले दो वर्षों से आपत्तिजनक गतिविधियों में लिप्त था। वह घर या गांव के किसी भी व्यक्ति से बहुत कम बातचीत करता था।

अबू यूसुफ की पत्नी आयशा ने बताया कि पैसे की तंगी के कारण वह पिछले दो वर्षों से आतंकी गतिविधियों में शामिल था। कई बार समझाने के बाद भी वह बात नहीं मानता था। आयशा ने कहा कि वह किसी तरह पैसे जमा करती थी, लेकिन यूसुफ उन्हें इन कामों में खर्च कर देता था। इसे लेकर उनके बीच कई बार विवाद भी हुआ था।

देश की शीर्ष 10 मूल्यवान कंपनियों में से 7 के बाजार में इतने की बढ़ोतरी

अबू यूसुफ के गांव का नजारा रविवार को भी बदला-बदला नजर आ रहा है। घटना को लेकर तरह-तरह की चर्चाओं का बाजार गर्म है। छानबीन के दौरान शनिवार को यूसुफ के घर से विस्फोटक व आपत्तिजनक साहित्य बरामद हुआ है। उसकी निशानदेही पर उसके घर के बगल स्थित तालाब से मानव बम में प्रयुक्त होने वाली दो जैकेट मिली थीं।

वहीं यूसुफ की निशानदेही पर रविवार को भी स्पेशल सेल की टीम ने यूपी से भारी मात्रा में विस्फोटक और बम बनाने का सामान बरामद किया है। आत्मघाती हमले के लिए शरीर में विस्फोटक को बांधने वाला बेल्ट भी मिला है। इस बेल्ट को बांधकर आतंकी यूसुफ फिदायीन हमला करना चाहता था।

वहीं पत्नी ने बताया कि यूसुफ ने घर में ही बारूद और अन्य सामान जमा किए थे। जब मैंने उसे यह सब करने से मना किया तो उसने कहा वह उसको न रोके। पत्नी ने कहा कि उसे माफ कर दिया जाए। मेरे चार बच्चे हैं, उन्हें लेकर मैं कहां जाऊंगी।

पिता कफील अहमद ने कहा कि मुझे अफसोस है कि वह इस तरह के कामों में शामिल था। वह जो कर रहा था वह गलत है, लेकिन फिर भी मैं चाहता हूं कि उसे माफ कर के एक मौका दिया जाए। अगर मुझे उसके आतंकी होने के बारे में जानकारी होती तो मैं उसे घर छोड़कर जाने के लिए कह देता।

Exit mobile version