बाराबंकी। जिले के सुबेहा क्षेत्र स्थित एक मदरसे में गणतंत्र दिवस के मौके पर तिरंगे के बजाय धार्मिक ध्वजारोहण करने के मामले में दो लोगों को हिरासत में लिया गया है।
पुलिस सूत्रों ने गुरुवार को बताया कि जमीन हुसेनाबाद के रामपुर गांव में स्थित अशरफुल उलूम इमादादिया साकिन मदरसा पर तिरंगा झंडे के बजाय इस्लामिक झंडा (Islamic flag )फहराया गया। यहां राष्ट्रीय गान आदि कार्यक्रम भी नहीं किए गए। इस घटना का किसी व्यक्ति ने वीडियो बनाकर इंटरनेट पर वायरल कर दिया।
वायरल वीडियो की सूचना मिलते ही अधिकारियों ने पूछताछ शुरू की तो पता चला कि यह सिलसिला तो यहां 15 वर्षों से चल रहा है। मदरसे के हाफिज मो. हाफिज ने बताया “ यह मदरसा पिछले 15 वर्षों से चल रहा है। हमारे यहां तिरंगा झंडा नहीं फहराया जाता है न ही कोई राष्ट्रीय कार्यक्रम किए जाते हैं ।”
ग्राम प्रधान जमीन हुसेनाबाद ने बताया कि ग्राम सभा में केवल एक मदरसा रजिस्टर हैं जो कि सतबरपुर में हैं। रामपुर गांव में संचालित मदरसा फर्जी है। भूमि पर कब्जा करने के लिए एक मदरसा एक कोठरी में एक समुदाय के लोग संचालित किए हुए है। 26 जनवरी के अवसर पर इस्लामिक झंडा रोहण (Islamic flag ) में कई लोग शामिल थे ।
घटना की जानकारी होने पर तहसीलदार हैदरगढ़ शशि कुमार त्रिपाठी सीओ हैदरगढ़ जेएन अस्थाना सुबेहा थाना प्रभारी संजीत कुमार सोनकर, व एलआईयू रामसूरत राव मौके पर पहुंचकर इस्लामिक झंडा (Islamic flag ) उतरवाकर लोगों पूछताछ कर रहे हैं। इस संबंध में सीओ हैदरगढ़ जेएन अस्थाना ने कहा कि मामले की जांच करा कर दोषियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई करेंगे। आसिफ पुत्र सहबान ने झंडा फहराया था। दो को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।