उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने प्रदेश भर के पुलिस लाइन में कोविड सहायता केंद्रों और आइसोलेशन वार्ड की सुविधा देने का निर्देश दिया है, ताकि अगर कोई पुलिस कर्मी कोरोना संक्रमण की चपेट में आए, तो उसे पुलिस लाइन में ही कोविड आइसोलेशन वार्ड में भर्ती किया जा सके।
अधिकृत सूत्रों ने शुक्रवार को बताया कि पुलिस लाइन में बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में एक डॉक्टर की तैनाती और एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है, ताकि पुलिस कर्मियों को टेली मेडिसिन सेवा भी मिल सके। इन वार्डों में पुलिस कर्मियों के समुचित इलाज के लिए पीपीई किट, कोविड जांच किट और ऑक्सीजन सिलेंडर की उपलब्धता आदि की व्यवस्था कराई गई है। इन कोविड एल 1 अस्पताल में संक्रमित पुलिस कर्मियों की देखभाल और नियमित जांच के लिए 24 घंटे डॉक्टर की टीम मौजूद रहेगी।
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उन्होने बताया कि मुख्यमंत्री याेगी आदित्यनाथ के निर्देश पर इटावा, कन्नौज और बाराबंकी सहित कई जिलों में आइसोलेशन वार्ड तैयार किए जा चुके हैं। मुख्यमंत्री के निर्देश पर पुलिस महकमे की ओर से बनाए गए आइसोलेशन वार्ड में केवल पुलिसकर्मी ही आइसोलेट किए जाएंगे। पुलिस लाइन में 50 बेड का सिलेक्शन बोर्ड बनाया गया है। इसके अलावा सभी थाना स्तरों पर आइसोलेशन वार्ड बनाए गए हैं। आइसोलेशन वार्ड में रखे गए पुलिसकर्मियों की ऑक्सीजन लेवल और तबीयत पर लगातार निगाह रखने के लिए मेडिकल उपकरण मौजूद हैं।
हर जिले में खुद एसपी हर कोरोना नियंत्रण केंद्र का नेतृत्व करेंगे। यही नहीं, आईजी और डीआईजी भी प्रभावित पुलिस कर्मियों और उनके परिवारों से नियमित रूप से बात करेंगे। जिले में संसाधनों की मैपिंग और पुलिस कर्मियों और उनके परिवारों की महत्वपूर्ण देखभाल की व्यवस्था की जाएगी। इसके अलावा स्वयं सेवक प्लाज्मा और ब्लड बैंक भी इन कोरोना नियंत्रण केंद्रों में तैयार किया जा रहा है।
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उन्होने बताया कि हर जिले के कोरोना नियंत्रण केंद्र में पुलिस स्वयं सेवकों की एक सूची बनाई गई है, जो जरुरत पड़ने पर अपना रक्त और प्लाज्मा देने के लिए तैयार हैं। इन कोरोना नियंत्रण केंद्रों पर जिंक सप्लीमेंटर, विटामिन सी और मल्टी विटामिन जैसी दवाओं का वितरण भी किया जाएगा। पुलिस लाइन में कोरोना प्रभावित व्यक्तियों से आइसोलेशन केंद्र और हॉल भी तैयार किया गया है। इन केंद्रों पर 18 से अधिक उम्र वाले पुलिस कर्मियों के परिवार वालों के टीकाकरण के लिए पंजीकरण की व्यवस्था भी की गई है।