गाजा। फिलिस्तीनी इस्लामिक प्रतिरोध आंदोलन (हमास) ने चार दिवसीय युद्ध विराम की घोषणा की है।
हमास ने बुधवार को कहा कि घिरे तटीय इलाके में 46 दिनों के खूनी संघर्ष (Israel-Hamas War) के बाद कतर-मिस्र की मध्यस्थता के तहत वह इजरायल के साथ चार दिवसीय युद्धविराम समझौते पर पहुंच गया है।
इसके एवज में हमास इजरायल के 50 बंधकों को छोड़ेगा। हमास के आतंकियों ने 7 अक्टूबर को इजरायल में अचानक हमला कर लगभग 240 बंधकों को किडनैप कर लिया था।
इजरायल सरकार की ओर से जारी बयान के अनुसार अगले 4 दिनों में हमास इन बंधकों को रिहा करेगा। इस इजरायल की ओर से हमला पूरी तरह से बंद रहेगा। रिपोर्ट के अनुसार हमास जिन बंधकों को रिहा करेगा उनमें से ज्यादातर महिलाएं और बच्चे हैं। इन्हें 10 से 12 के समूह में रिहा किया जाएगा।
तेल अवीव की मीडिया के अनुसार जिन लोगों को रिहा किया जाएगा उनमें 30 बच्चे, 8 माएं और 12 महिलाएं शामिल हैं।
इजरायल ने कहा, “इजरायली सरकार सभी अपहृत लोगों को घर लाने के लिए प्रतिबद्ध है। आज रात, सरकार ने इस लक्ष्य को प्राप्त करने के पहले चरण की रूपरेखा को मंजूरी दे दी, जिसके तहत कम से कम 50 इजरायलियों को जिन्में महिलाओं और बच्चे शामिल हैं, को चार दिनों की अवधि में रिहा किया जाएगा, इस दौरान लड़ाई में शांति रहेगी।”
10 बंधकों की रिहाई के बदले 1 दिन बढ़ जाएगा सीजफायर
इजरायल ने इसके आगे कहा है कि हमास अगर 10 और बंधकों को छोड़ता है तो सीजफायर की मियाद एक दिन और बढ़ जाएगी। बता दें कि अभी हमास के पास इजरायल के 240 बंधक मौजूद हैं। यानी कि अगर हमास 50 के अलावा 10 और इजरायली बंधकों को छोड़ता है तो इजरायल अपनी ओर से सीजफायर को एक दिन और बढ़ा देगा।
बता दें कि लगभग 7 हफ्तों से चली आ रही जंग में युद्धविराम (Israel-Hamas War) कराने के लिए कतर में लगातार कूटनीतिक हलचलें चल रही थीं। इसमें कतर के अलावा अमेरिका भी शामिल है। राष्ट्रपति बाइडेन ने इस युद्धविराम को संभव कराने में अहम रोल निभाया है।
150 फिलिस्तीनी भी होंगे रिहा
सूत्रों के हवाले से खबर यह भी है कि 50 बंधकों के बदले में इजरायल 150 फिलिस्तीन बंधकों को भी रिहा करेगा। हालांकि इजरायल सरकार की ओर से जारी बयान में इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है। सीजफायर की शर्तों अभी भी अस्पष्टता की स्थिति है। खबर है कि ये ऐसे फिलिस्तीनी हैं जिन्में महिलाएं और नाबालिग शामिल हैं। इनमें से ज्यादातर वेस्ट बैंक और पूर्वी जेरुशलम के रहने वाले हैं। ये लोग इजरायल की जेलों में बंद थे। इजरायल ऐसे 150 लोगों को वापस लौटने की अनुमति दे रहा है।
उल्लेखनीय है कि हमास ने सात अक्टूबर को इजरायल में घुस कर और रॉकेट दाग कर हमला किया था। इस हमले में सैकड़ों लोग मारे गए थे और कई लोगों को हमास के हमलावरों ने बंधक बना लिया था। इसके बाद इजरायल में हमास के खिलाफ हमले शुरू की। दोनों पक्षों में जारी संघर्ष में अब तक हजारों लोग मारे गए हैं।