येरूशलम। Israel : इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजमिन नेतन्याहू की सरकार एक बार फिर गिर गई है। इसके बाद देश के सामने एक बार फिर से सियासी संकट पैदा हो गया है। नई सरकार के गठन के लिए एक बार फिर चुनावों की घोषण की गई है। नए चुनाव 23 मार्च 2021 की तारीख तय की गई है। दोनों ही पार्टियों के बीच खींचतान की वजह से सरकार इस बार का अपना बजट पास कराने में नाकाम रही थी।
चौधरी चरण सिंह की जयंती पर किसानों ने यूपी में गाजीपुर बॉर्डर पर किया हवन
इसको लेकर दोनों ही एक दूसरे पर आरोप लगा रहे थे, जिसकी वजह से ये सरकार गिर गई। बुधवार को इजरायल की संसद को भंग कर दिया गया और आगामी चुनावों की घोषणा भी कर दी गई। रॉयटर्स की खबर के मुताबिक अगले साल फरवरी में नेतन्याहू को भ्रष्टाचार के मामलों में पेश होना है। ऐसे में उनके लिए मुश्किलें बढ़ भी सकती हैं। इसका फायदा उनके विरोधी खेमे को हो सकता है। जानकारों की राय में यदि ये चुनााव दो या तीन माह और आगे बढ़ सकते हैं तो इसका फायदा नेतन्याहू को मिल सकता है।
National Farmer’s Day 2020: राष्ट्रीय किसान दिवस का खास मौका
इसके पीछे इन जानकारों का तर्क है कि जब तक देश में कोरोना की वैक्सीन आ चुकी होगी और देश की अर्थव्यवस्था भी पटरी पर आने लगेगी। इस उपलब्धि को नेतन्याहू अपने हक में भुना सकते हैं। माना जा रहा है कि अगले वर्ष होने वाले चुनाव के बाद इसमें उन्हें सफलता मिल सकती है। उन्होंने नेतन्याहू पर वादा तोड़ने का आरोप लगाया है और कहा है कि इस सियासी संकट का समाधान केवल चुनाव करवाकर ही हो सकता है। उन्होंने कहा कि नेतन्याहू ने गठबंधन के धर्म को नहीं निभाया है, जिसकी वजह से चीजें खराब होती चली गईं। ऐसे में उनके पास में कोई दूसरा विकल्प नहीं बचा था। उन्होंने ये भी कहा कि गठबंधन को बचाने की जिम्मेदारी यदि किसी की बनती है तो वो केवल नेतन्याहू ही हैं।
लखनऊ : यूपी कांग्रेस अध्यक्ष हाउस अरेस्ट, थाली बजाकर कृषि कानून का किया विरोध
उनको ही तय करना होगा कि उन्हें क्या करना है। गौरतलब है कि इस सरकार के गठन से पहले भी गांत्जे सत्ता के शीर्ष पर काबिज होने की कवायद कर रहे थे। दोनों ही पार्टियों के बीच नाराजगी और सरकार गिरने की बड़ी वजह एक ये भी रही है कि गांत्ज जहां 2020 और 2021 के प्रस्तावित बजट को एक साथ मंजूरी देने की मांग कर रहे थे, वहीं नेतन्याहू ने उनकी मांग को नजरअंदाज करते हुए केवल मौजूदा वर्ष के बजट को ही मंजूरी देने की बात कही थी। इसके बाद इन दोनों के बीच दूरियां बढ़ गई और सरकार गिरने की वजह बनी।