यरुशलम। भारत और इजराइल पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र साथ मिलकर काम कर रहा है। इजराइल के प्रधानलमंत्री नेतन्याहू ने कहा है कि भारत और इजराइल पर्यावरण में कार्बन की मात्रा को कम करने के लिए मिलकर महत्तवपूर्ण कदम उठा रहे हैं। दोनों देश संयुक्त रूप से 2030 तक अपनी कुल उर्जा का 25 फीसद उत्पादन सौर उर्जा से करने का लक्ष्य पूरा कर लेंगे। उन्होंने इस दिशा में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रयासों की सराहना की।
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इजरायली प्रधानमंत्री भारत के नेतृत्व वाली इंटरनेशनल सोलर एलायंस (आइएसए) की वर्चुअल कांफ्रेस में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि दोनों ही देशों का उद्देश्य है कि वातावरण में कार्बन की मात्रा कम की जाए और पर्यावरण प्रदूषण कम हो। इसके लिए जरूरी है कि हम अक्षय ऊर्जा की ओर बढ़ें। उन्होंने इस कार्य में भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा किए जा रहे प्रयासों की सराहना की और बताया कि भारत के इस क्षेत्र में बढ़ते कदमों का साथ अब इजरायल भी दे रहा है।
इजरायली प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा कि अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में नवाचार की आवश्यकता है। इजरायल और भारत के द्वारा इस क्षेत्र में की गई शुरूआत के बाद अब सभी देश इस पर काम कर रहे हैं।
ज्ञात हो कि भारत के नेतृत्व में काम करने वाले इंटरनेशनल सोलर एलायंस (आएसए) सौर ऊर्जा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण काम कर रही है। इस एलांयस के 80 देश सदस्य हैं। भारत को अक्टूबर में ही दूसरी बार दो साल के लिए इस संस्था का अध्यक्ष चुना गया है।
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आइएसए का गठन भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फ्रांस के पूर्व राष्ट्रपति फ्रांस्वा ओलांद ने पेरिस में 2015 में संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन सम्मेलन के दौरान किया था। यह पेरिस जलवायु समझौते को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना गया है।