नई दिल्ली। जोशीमठ आपदा (Joshimath Crisis) को लेकर हाल में इसरो-एनआरएससी (ISRO-NRSC) ने हाल में एक रिपोर्ट जारी की थी। इसके साथ ही उसने कुछ फोटो में भी जारी की थीं। रिपोर्ट में कहा गया था कि जोशीमठ की जमीन तेजी से धंस रही है। जोशीमठ का प्रभावित पूरा इलाका कुछ दिनों के बाद नष्ट हो जाएगा। हालांकि अब ऐसा कहा जा रहा है कि रिपोर्ट वापस ले ली गई।
जोशीमठ भूमि धंसाव वाली रिपोर्ट अब एनआरएससी की वेबसाइट पर नहीं दिख रही है। जो तस्वीरें जारी की गई थीं, उनमें बताया गया था कि कैसे पिछले साल अप्रैल से जोशीमठ में भूमि धंसने की रफ्तार धीरे-धीरे तेज होती चली गई। अब यह रिपोर्ट सार्वजनिक रूप से उपलब्ध नहीं है। पीडीएफ रिपोर्ट का लिंक काम नहीं कर रहा है। हालांकि इस मामले में इसरो की तरफ से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया गया है।
ISRO की रिपोर्ट में क्या था
इसरो ने अपनी रिपोर्ट में कहा था कि पिछले 12 दिनों में जोशीमठ में भू-धंसाव 5.4 सेमी हुआ है। यह रिपोर्ट 27 दिसंबर 2022 से 8 जनवरी 2023 के बीच अध्ययन के बाद सामने आई थी। इसरो ने अपनी विज्ञप्ति में कहा कि पिछले 7 महीनों में जोशीमठ में भू-धंसाव 9 सेमी तक हुआ है।
नहीं खुल रही रिपोर्ट
ISRO की रिपोर्ट सामने आने बाद जोशीमठ आपदा ( Joshimath crisis) को लेकर बवाल बढ़ने की संभावनों के बीच एनआरएससी की वेबसाइट पर से ही रिपोर्ट रहस्यमय तरीके से गायब हो गई है। पीडीएफ रिपोर्ट का लिंक अब काम नहीं कर रहा है। हालांकि इस बारे में इसरो की तरफ से अभी कोई बयान जारी नहीं किया गया है।