नई दिल्ली। मेघालय के गवर्नर सत्यपाल मलिक ने कहा कि किसानों को लगना चाहिए कि हम भी उनके हमदर्द हैं। नहीं तो बहुत नुकसान हो जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने साफ किया कि ‘मेरे जो लीडर्स सरकार में हैं , उनको जब ये लगेगा कि मैं नुकसानदेह हूं तो एक मिनट नहीं लगेगा और पद छोड़ दूंगा। फिर बिना गवर्नर रहे भी अपनी बात कहूंगा।
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सत्यपाल मलिक ने एनडीटीवी को दिए साक्षात्कार में ये भी कहा कि किसानों के मुद्दे पर बातचीत न होने की वजह से विपक्षी दल इस पर राजनीति कर रहे हैं। इसी वजह से इस मामले में बात करना जरूरी है। बता कि हाल में मलिक के एक बयान को सुर्खियां मिली हैं।
बयान को मिली सुर्खियां
राजस्थान स्थित झुंझनुं पहुंचे राज्यपाल ने एक निजी कार्यक्रम में मीडिया से बात की है। मलिक ने कहा कि किसान आंदोलन का लंबा चलना किसी के भी हित में नहीं है। उन्होंने कहा कि कुतिया मर जाए तो हमारे नेता शोक संदेश जारी कर देते हैं। 250 किसान मर गए तो कोई बोला तक नहीं। यह मुझे दर्द पहुंचाता है।
याद दिला दें बीते कई महीने से जारी किसान आंदोलन में सरकार के साथ किसान नेताओं की कई राउंड की बातचीत हुई है, लेकिन इसके बावजूद अभी तक कोई निष्कर्ष नहीं निकल पाया है। दोनों के बीच आखिरी बातचीत में सरकार की तरफ से नए कानून को डेढ़ साल तक टालने की बात कही गई थी जिसे किसान नेताओं ने अस्वीकार कर दिया था।