नई दिल्ली। आईटीबीपी ने सेवारत और रिटायर्ड लोगों के लिए पहली बार ऑनलाइन शराब वितरण की तैयारी की है। पिछले दिनों भारत-तिब्बत सीमा पुलिस ने केंद्र सरकार से रोटेशन के आधार पर जवानों की तैनाती की व्यवस्था को बरकरार रखने की अपील की थी। इस बारे में आइटीबीपी का कहना है कि इस तरह की तैनाती से लगातार ऊंची और बर्फीली चोटियों पर डटे जवानों को अवकाश मिल जाता है। यह अवकाश उनके स्वास्थ्य की दृष्टि से जरूरी है। आंतरिक मोर्चे और सीमा पर आइटीबीपी के जवान 60:40 के अनुपात में तैनात किए जाते हैं।
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आइटीबीपी के प्रमुख एसएस देसवाल ने हाल ही में सीएसएमएस लांच किया है, जिसका पता बल के आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध है। पोर्टल के लिंक से सेवारत या रिटायर्ड कर्मी अपना अकाउंट खोलकर नजदीकी यूनिट का चयन कर सकते हैं तथा वहां भुगतान कर अपनी पसंद के ब्रांड की शराब खरीद सकते हैं। यह व्यवस्था पूरी तरह से पारदर्शी है। आइटीबीपी के एक अधिकारी ने बताया कि ठंडे इलाकों में ज्यादा दिन तैनात रहने से जवानों को जलवायु संबंधी इस जटिल परिस्थिति के कारण उन्हें स्वास्थ्य से जुड़ी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है।
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एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आइटीबीपी के जवान लंबे समय से अपने इलाके में अच्छी क्वालिटी की शराब उपलब्ध कराने की मांग कर रहे थे। अब तक यह व्यवस्था थी कि जवान या अधिकारी अपनी तैनाती वाली यूनिटों के कैंटीन से ही शराब खरीद सकते थे, न कि किसी दूसरे कैंटीन से। भले ही वह कैंटीन उनके गृह नगर में ही क्यों न हो। सुदूरवर्ती इलाकों में रहने वाले सेवारत जवानों तथा रिटायर्ड कर्मियों को मनचाहे ब्रांड की शराब मिलने में हो रही परेशानियों के समाधान के लिए इस अर्धसैनिक बल ने कुछ समय पहले केंद्रीयकृत शराब प्रबंधन व्यवस्था (सीएलएमएस) शुरू की थी।