प्रदेश के जलशक्ति मंत्री महेन्द्र सिंह ने रविवार को बलिया में बाढ़ ग्रस्त इलाकों का हवाई सर्वेक्षण किया। उन्होंने हवाई सर्वेक्षण करने के बाद जिला प्रशासन के साथ बैठक कर सतर्क रहने के निर्देश दिए। कहा कि बलिया में अभी तक पन्द्रह गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। यहां के जनता की चिंता सरकार कर रही है। सभी सुविधाएं दी जाएंगी।
जलशक्ति मंत्री ने कलेक्ट्रेट सभागार में पत्रकारों को अपने हवाई सर्वेक्षण की जानकारी देते हुए कहा कि गांवों तक जल पहुंचे, इसके पहले मैं पहुंचा। जनता को प्राकृतिक आपदा से बचाएंगे। कोई कष्ट नहीं होने देंगे। बलिया को सुरक्षित करेंगे। उन्होंने कहा कि पिछले दिनों राजस्थान के कोटा से 22 लाख क्यूसेक पानी छोड़ा गया है।
जिसके कारण चंबल नदी में नौ मीटर तक जलस्तर बढ़ गया है। वहां से होते हुए पानी यमुना में पहुंचा है। फिर प्रयागराज में गंगा में मिल गया है। उधर, बेतवा में भी तीन लाख क्यूजिक मीटर छोड़ा गया है, जिससे सहायक नदियों से होते हुए पानी गंगा में पहुंचा है। इन वजहों से गंगा का जलस्तर बढ़ गया है। कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर यहां आया हूं। बोले, बलिया में दो बड़ी नदियां और दो छोटी नदियां हैं।
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नदियों का मिलन होने के कारण बलिया में जलस्तर दो मीटर बढ़ गया है। मंत्री ने कहा कि यहां की दो तहसीलों बैरिया के दस गांव और सदर के पांच गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। इसमें कुछ गांव चारों तरफ से घिर गए हैं। ऊपर से मैंने हवाई सर्वेक्षण किया है। दो सौ परिवारों को एनएच पर शिफ्ट किया गया है। अभी कोई हानि नहीं हुई है। कहा कि बाढ़ को देखते हुए 34 बाढ़ चौकियां स्थापित की गई हैं। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें भी तैनात कर दी गई हैं। जिले में 198 नावों की व्यवस्था की है। पीएसी भी तैनात कर दी गई है। गोताखोरों का चिन्हांकन कर लिया गया है। बाढ़ को लेकर जिला प्रशासन चुस्त।
प्रभावितों में राहत पैकेट वितरित होंगे
सरकार ने तय किया है कि सबको तीन प्रकार के राशन। दस किलो आटा, चावल, नमक, चना, दस किलो आलू। राहत सामग्री वितरण शुरू। फूड पैकेट भी दिए जाएंगे। कपड़े भी वितरित किए जाएंगे। प्रधानों के साथ मिलकर साफ सफाई पर भी ध्यान। गांवों में मेडिकल किट वितरित किए जाएंगे। बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों में पशुओं के चारे की भी व्यवस्था कर ली गई है। कहा कि ब्लाक और जिला स्तर पर कंट्रोल रूम बनेगा।
समय से किए बाढ़ से बचाव के प्रबंध: महेन्द्र सिंह
जलशक्ति मंत्री महेन्द्र सिंह ने कहा कि पहले की सरकारें बाढ़ आ जाने पर परियोजनाओं पर काम करती थीं। हमारी सरकार समय रहते कार्य करती है। यहां के लिए 12 बड़ी परियोजनाओं को स्वीकृति दी थी। जिसमें से आधा पूरी हुईं हैं। क्योंकि सरकार ने जनवरी में ही बाढ़ बचाव का पैसा रिलीज किया था। जिससे समय से कार्य पूरा हो पाया। इस मौके पर डीएम अदिति सिंह, एडीएम रामआसरे, एसपी विपिन ताडा, सीडीओ प्रवीण वर्मा थे।