नई दिल्ली। चीन से आसियान देशों में अपने फैक्ट्री को शिफ्ट करने वाली कंपनियों को जापान ने सब्सिडी देने का ऐलान किया है। निक्की की रिपोर्ट के अनुसार, सब्सिडी कार्यक्रम के दायरे का विस्तार करने वाले जापान का लक्ष्य एक विशेष क्षेत्र पर अपनी निर्भरता का कम करना और ऐसी प्रणाली विकसित करना है, जो आपातकाल में चिकित्सा सामग्री और इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की एक स्थायी आपूर्ति मुहैया करा सके।
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जापान ने कहा है कि वह उन जापानी कंपनियों को सब्सिडी प्रदान करेगा जो चीन के बजाय आसियान देशों में अपने सामान को तैयार करेंगी। जापान ने भारत और बांग्लादेश को भी इस सूची में शामिल किया है, जहां जापानी कंपनियां अपने उत्पाद तैयार कर सकती हैं। जापान के अर्थव्यवस्था, व्यापार और उद्योग मंत्रालय (एमईटीआई) ने कहा है कि वह उन जापानी निर्माताओं को सब्सिडी प्रदान करेगा जो चीन के बजाय आसियान देशों में अपने सामान को तैयार करेंगे।
जापान की सरकार ने आसियान क्षेत्र में अपने विनिर्माण स्थलों को फैलाने के लिए कंपनियों को प्रोत्साहित करने के लिए सब्सिडी के तौर पर 2020 के पूरक बजट में 23.5 अरब येन आवंटित किया है। 3 सितंबर को शुरू हुए अनुप्रयोगों के दूसरे चरण के साथ आसियान-जापान आपूर्ति श्रृंखला में लचीलापन लाते हुए परियोजनाओं के लिए स्थानांतरण स्थलों की सूची में भारत और बांग्लादेश को भी शामिल कर लिया गया है।
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बता दें जुलाई में जापान ने चीन में कारोबार कर रही 57 जापानी कंपनियों को वापस अपने देश बुलाने का फैसला किया था। जापान ने इस प्रक्रिया में होने वाला सारा खर्च सरकार द्वारा उठाये जाने की तैयारी भी दिखाई है। कोरोना वायरस और चीन की विस्तारवादी नीतियों के कारण चीन लगातार विश्व के कई देशों के निशाने पर बना हुआ है। पहले भारत ने 59 चीनी ऐप पर प्रतिबंध लगाया। इसके बाद अमेरिका उस पर लगातार नए आरोप लगा रहा है। अब जापान ने भी चीन को बड़ा झटका दिया है।