बांदा। बाल यौन शोषण मामले में बांदा जेल में बंद सिंचाई विभाग के अवर अभियंता (जेई) रामभवन कोरोना पॉजिटिव पाया गया है। मंगलवार को अदालत में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की रिमांड अर्जी पर सुनवाई होनी थी।
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यह जानकारी बांदा जेल के कारागार उपाधीक्षक विश्वेश्वर प्रताप सिंह ने मंगलवार को दी। उन्होंने बताया कि बाल यौन शोषण मामले में सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किए गए सिंचाई विभाग (पंचम) चित्रकूट के जेई रामभवन की सोमवार देर शाम आयी कोरोना की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आयी है। उन्होंने बताया कि जेल लाते समय 18 नवंबर को जिला अस्पताल में की गयी। जेई की जांच की रिपोर्ट निगेटिव थी, लेकिन जेल में 20 नवंबर को दोबारा आरटीपीसीआर की जांच रिपोर्ट में वह संक्रमित पाया गया है। वह जेल में अकेला संक्रमित है और जेल के अस्पताल में उसका उपचार चल रहा है।
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आज अदालत में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की रिमांड अर्जी पर सुनवाई होनी है। पॉक्सो अदालत में विशेष लोक अभियोजक रामसुफल सिंह ने कहा कि बंदी के संक्रमित पाए जाने की स्थिति में रिमांड दिए जाने की कम ही उम्मीद है। सीबीआई उसकी रिपोर्ट निगेटिव होने का इंतजार कर सकती है या फिर जांच रिपोर्ट संदिग्ध होने की दशा में कोरोना जांच की पुनः मांग कर सकती है, क्योंकि जेल भेजते समय उसकी रिपोर्ट निगेटिव आई थी।
उन्होंने कहा कि यदि सुनवाई के दौरान अदालत रिमांड अर्जी मंजूर भी कर ले। तो सीबीआई उसे निगेटिव होने तक लेने से इनकार भी कर सकती है। बता दें कि केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने बाल यौन शोषण मामले में जेई रामभवन को 16 नवंबर को गिरफ्तार कर उसे 18 नवंबर को बांदा की पॉक्सो अधिनियम की विशेष अदालत में पेश किया था। इस समय जेई 30 नवंबर की अवधि तक न्यायिक हिरासत में जेल में है।