नई दिल्ली। झारखंड के अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री हाजी हुसैन अंसारी का शनिवार को 73 वर्ष की उम्र में निधन हो गया। बता दें उन्हें कुछ दिनों पहले ही कोरोना संक्रमित पाए जाने के बाद उन्हें इलाज के लिए रांची के मेदांता में भर्ती कराया गया था, जहां उन्होंने अंतिम सांस ली।
सरकार में मेरे साथी मंत्री आदरणीय हाजी हुसैन अंसारी साहब जी के निधन से अत्यंत आहत हूँ।हाजी साहब ने झारखण्ड आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभाई थी। वह सरल भाव और दृढ़ विश्वास वाले जन नेता थे।
परमात्मा हाजी साहब की आत्मा को शांति प्रदान कर परिवार को दुःख की घड़ी सहन करने की शक्ति दे।— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) October 3, 2020
शुक्रवार को उनकी कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आई थी। वह पिछले कुछ दिनों से बीमार चल रहे थे। झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के केंद्रीय प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने बताया कि उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने हाजी हुसैन अंसारी के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए ट्वीट कर कहा कि ‘सरकार में मेरे साथी मंत्री आदरणीय हाजी हुसैन अंसारी साहब जी के निधन से अत्यंत आहत हूं। हाजी साहब ने झारखंड आंदोलन में अग्रणी भूमिका निभाई थी। वह सरल भाव और दृढ़ विश्वास वाले जननेता थे। परमात्मा हाजी साहब की आत्मा को शांति प्रदान कर परिवार को दुःख की घड़ी सहन करने की शक्ति दें।
बता दें कि हाजी हुसैन अंसारी जेएमएम के कद्दावर नेता थे और मधुपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक थे। हाजी हुसैन, शिबू सोरेन और हेमंत सोरेन के काफी करीबी माने जाते थे। उनके निधन की खबर से झारखंड में शोक की लहर दौड़ गई। देवघर जिला के मधुपुर प्रखंड के पिपरा गांव में 23 जुलाई, 1947 को जन्मे अंसारी ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत कांग्रेस पार्टी से की थी।