नई दिल्ली| जवाहर लाल नेहरू शिक्षक संगठन ने सोमवार को आरोप लगाया कि विश्वविद्यालय की अकादमिक परिषद के पास मंजूरी के लिए भेजा गया नये शिक्षण सत्र का कार्यक्रम फरमान के जरिए थोपा जा रहा है।
शिक्षक संगठन जेएनयूटीए का कहना है कि जो कैलेंडर प्रस्तावित किया है उसमें कुछ बातें पिछली तिथि से लागू हैं। जिसका छात्रों व शिक्षकों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ सकता है। जेएनयूटीए के अध्यक्ष डीके लोबियाल का कहना है कि संगठन उस कैलेंडर को खारिज करता है जिसमें शिक्षण को ध्यान में नहीं रखा गया है।
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जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के पंजीयक ने अकादमिक परिषद के सदस्यों को पत्र लिखकर सूचित किया है कि शिक्षण सत्र 2020-21 में पुराने और नये छात्रों के दाखिले के लिए एजेंडा इसमें शामिल है। परिषद 20 अक्तूबर तक मेल से इस संबंध में सूचना दे। उसमें यह भी कहा गया है कि प्रस्तावित कैलेंडर में बदलाव के लिए या वैकल्पिक विचार के अनुरोध नहीं किया जा सकता है।