नई दिल्ली। अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बिडेन ने कहा कि अगर वैज्ञानिक कोरोना वायरस से बचने के लिए देश में तालाबंदी लागू करने की सलाह देते, तो वह एक राष्ट्रपति के तौर पर जरूर यह कदम उठाते। उन्होंने कहा कि मैं (देश) बंद कर देता। मैं वैज्ञानिकों की बात सुनता। समाचार एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक बिडेन ने कहा कि मैं जीवन बचाने के लिए जो भी मुमकिन होगा वो करूंगा। जीवन बचाने के लिए हर कदम उठाने को तैयार हूं। क्योंकि जब तक हम वायरस पर काबू नहीं पाया जाता है। तब तक हम देश को आगे नहीं लेकर जा सकते हैं।
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जो बिडेन ने कोरोना काल में सब कुछ जारी रखने को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के फैसले को गलत बताया है। बिडेन ने कहा कि राष्ट्रपति को पहले वायरस से निपटना होगा। वायरस की समस्या को ठीक करना होगा। तभी आर्थिक और रोजगार की समस्या खत्म होगी। विशेष बात ये है कि आधिकारिक तौर पर डेमोक्रेटिक पार्टी के राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बनने के बाद से बिडेन और सिनेटर कमला हैरिस अपने पहले संयुक्त साक्षात्कार के दौरान टेलीविजन पर साथ साथ नजर आए।
जो बिडेन ने कमला हैरिस की जमकर की तारीफ
इससे पहले, जो बिडेन ने भारतीय-अमेरिकी मूल की कमला हैरिस की खूब प्रशंसा की। बिडेन ने अमेरिका में कैलिफोर्निया की सीनेटर को “शक्तिशाली आवाज” करार दिया है। कहा कि उनकी कहानी अमेरिकी कहानी है। 55 वर्षीय हैरिस ने अमेरिकी राजनीति में इतिहास रचा है, क्योंकि उन्होंने बुधवार को वर्चुअल डेमोक्रेटिक नेशनल कन्वेंशन के तीसरे दिन एक पार्टी की तरफ से उपराष्ट्रपति पद का नामांकन पाने वाली पहली भारतीय-अमेरिकी और अश्वेत महिला बनीं हैं।
बिडेन ने कहा कि अमेरिका में बेहतर स्थिति को बहाल करना अगले राष्ट्रपति का काम होगा। मैं इसे अकेले नहीं करने जा रहा हूं। मेरे पास एक महान उपराष्ट्रपति होंगी। हैरिस की तारीफ करते हुए बिडेन ने कहा कि उनका परिवार विविधता से भरा हुआ है। उनके माता-पिता जमैका और भारतीय हैं, उनकी विरासत उन्हें हर बाधा से निपटने में उनके लिए मददगार साबित होगी। उनकी कहानी अमेरिकी कहानी है।
वह आने वाली सारी बाधाओं और उनसे निपटना जानती हैं। वह महिला, अश्वेत महिलाओं, अश्वेत अमेरिकी, दक्षिण एशियाई अमेरिकी, अप्रवासी सभी का प्रतिनिधत्व करती हैं। उन्होंने हर बाधा का सामना किया है और उससे निपटा है।