नई दिल्ली| वेस्टइंडीज के खिलाफ मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में 113 रनों से जीत हासिल करने के बाद इंग्लैंड के कप्तान जो रूट ने ऑल राउंडर ‘मिस्टर इनक्रेडिबल बेन स्टोक्स ‘ की जमकर तारीफ की। इस मैच में स्टोक्स ने पहली पारी मेंमं 176 और दूसरी पारी में आक्रामक नाबाद 78 रन बनाए। इस मैच में जीत हासिल करने के साथ ही इंग्लैंड और वेस्टइंडीज के बीच अब सीरीज 1-1 की बराबरी पर है। सीरीज का तीसरा और निर्णायक मैच 24 जुलाई से ओल्ड ट्रैफर्ड में ही खेला जाएगा। स्टोक्स की तुलना कार्टून सुपरहीरो ‘मिस्टर इनक्रेडिबल’ से करते हुए रूट ने कहा कि इस ऑल राउंडर की किसी भी स्थिति से सामंजस्य बैठाने की क्षमता उन्हें टीम के लिए बहूमूल्य बनाती है।
उन्होंने कहा, ”वह वास्तविक ऑल राउंडर है, जो आपको विश्व क्रिकेट में अधिक नहीं दिखते। वह ऐसा खिलाड़ी है जो किसी भी समय खेल का रुख बदल सकता है।” रूट ने कहा, ”वह मिस्टर इनक्रेडिबल हैं। वह संभवत: थोड़ा कार्टून चरित्र की तरह भी है। उसकी काया इसी तरह की है, लेकिन संभवत: अब वह अधिक छरहरा है। बेन स्थिति के अनुसार खेल सकता है, यह दर्शाता है कि वह हमारी टीम के लिए कितना उपयोगी है।”
ग्रेग बार्कले बोले- महिला वनडे विश्व कप पर फैसला अगले दो हफ्ते में
जो रूट ने कहा, ”स्टोक्स अविश्वसनीय खिलाड़ी हैं। मुझे लगता है कि वह इसी तरह परफॉर्म करते रहेंगे। मुझे लगता है कि उनके लिए कोई सीमा नहीं है।” रूट ने कहा, ”यदि आप इसी तरह परिस्थितियों को पढ़ सकते हैं, जिस तरह स्टोक्स कर रहे हैं और आत्मविश्वास बनाए रख सकते तो इसमें कोई संदेह नहीं कि आप शानदार परफॉर्म करेंगे। स्टोक्स पिछले बारह महीनों से लगातार शानदार परफॉर्म कर रहे हैं।”
उन्होंने आगे कहा, ”मुझे लगता है कि हर व्यक्ति यह समझ रहा है कि हम एक खिलाड़ी को उसकी पूरी ताकत में देख रहे हैं, उन्हें दुनिया का बेस्ट खिलाड़ी बनते देख रहे हैं।” इंग्लैंड के कप्तान ने कहा, ”हमें उनका टैलेंड पहचानना होगा, उन्हें प्रोत्साहित करना होगा और उनकी महानता को समझना होगा।”
अपने हरफनमौला प्रदर्शन के लिए बेन स्टोक्स ‘मैन ऑफ द मैच’ रहे। स्टोक्स ने कहा, ”उन्हें दोनों पारियों में अलग-अलग भूमिका निभानी थी। ये दोनों ही भूमिकाएं एकदम अलग थीं। मैंने दोनों भूमिकाएं निभाईं और हम यह मैच जीत सके।”
स्टोक्स ने कहा, ”अधिकांश श्रेय गेंदबाजों को जाता है, ब्रॉड, वोक्स, कुरेन और बेस ने शानदार गेंदबाजी की। हमने आपस में चर्चा की, लेकिन अंतिम रूप से जो रूट को यह तय करना था कि मुझे कब गेंदबाजी करनी है। मुझे और जोस बटलर को ऊपर भेजकर उन्होंने साहसिक निर्णय लिया। स्कोरबोर्ड पर जब मैंने देखा कि मैं 300 से ज्यादा गेंदें खेल चुका हूं तो मुझे हैरानी हुई।”