मॉर्निंग वॉक पर निकले जिला एवं सत्र न्यायाधीश उत्तम आनंद की दुर्घटना में मौत का जो सीसीटीवी फुटेज सामने आया है, उससे काफी हद तक यह स्पष्ट हुआ है कि ऑटो ने टक्कर जानबूझकर मारी।
जब तक इस घटना का सीसीटीवी फुटेज नहीं आया था तब तक लोग इस हादसे को एक दुर्घटना ही समझ रहे थे, लेकिन सीसीटीवी का वीडियो साजिश की ओर इशारा कर रहा है। इस घटना के सीसीटीवी फुटेज से साफ लगता है कि जैसे जज उत्तम आनंद को जान बूझकर ऑटो से टक्कर मारी गई हो।
6 महीने पहले ही पदभार ग्रहण किया था
न्यायाधीश उत्तम आनंद ने छह माह पहले ही धनबाद के न्यायाधीश के रूप पदभार ग्रहण किया था। इसके पूर्व वह बोकारो के जिला एवं सत्र न्यायाधीश थे। रोज की तरह न्यायाधीश उत्तम मॉर्निंग वॉक करने 5 बजे सुबह अपने आवास से निकले। इसी दौरान रणधीर वर्मा चौक के आगे न्यू जज कॉलोनी मोड़ पर एक ऑटो उन्हें टक्कर मार कर फरार हो गया। सड़क पर तड़पता देख पवन पांडे नामक एक राहगीर ने उन्हें घायल अवस्था में इलाज के लिए SNMMCH भेजा, जहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया।
सीसीटीवी में कैद हुई घटना
सीसीटीवी फुटेज में दिखाई दे रहा है कि न्यायाधीश उत्तम आनंद सड़क के बाईं ओर जॉगिंग करते हुए आगे बढ़े जा रहे हैं। ठीक उसी वक्त उनके पीछे एक ऑटो आता है, जिसके ड्राइवर सीट पर दो लोग बैठे नजर आ रहे है। ऑटो अचानक सड़क पर हल्की बाईं ओर मुड़ता है, और सड़क किनारे जॉगिंग कर रहे न्यायाधीश की ओर बढ़ता है और उन्हें पीछे से जोरदार टक्कर मार कर सीधे सड़क पा आगे बढ़ जाता है। इस टक्कर के बाद जज उत्तम आनंद सड़क के किनारे उछल कर कुछ दूर जा गिरते हैं।
Additional District & Sessions Judge, Dhanbad Uttam Anand gets run over during his morning walk under suspicious circumstances. The judge was dealing with a few high-profile murder cases from the area and had recently rejected bail petitions of a few criminals. TRIGGER WARNING pic.twitter.com/FFia9usXQc
— Nalini (@nalinisharma_) July 28, 2021
बॉडीगार्ड ने की शव की पहचान
जज उत्तम आनंद थोड़ी ही देर में मॉर्निंग वॉक से वापस आ जाते थे। बुधवार को सुबह सात बजे तक जब वह वापस नहीं लौटे तो उनके परिजनों को चिंता हुई। इसके बाद परिजनों ने मामले की सूचना सदर थाना को दी। सूचना मिलने के बाद पुलिस महकमे में खलबली मच गई और उनकी तलाश शुरू की गई। सदर थाना की पुलिस को SNMMCH में एक लावारिस शव पड़े होने की सूचना मिली, जिसके बाद पुलिस अस्पताल पहुंची। न्यायाधीश के बॉडीगार्ड ने शव की पहचान की। उत्तम आनंद के सिर पर गहरे जख्म हैं, साथ ही कान से खून बह रहा था। घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस छानबीन में जुट गई है।
अब यह बात धीरे-धीरे साफ होती जा रही है कि धनबाद के जिला एवं सत्र न्यायाधीश-8 उत्तम आनंद की मौत महज एक हादसा नहीं बल्कि पूरी तरह से सुनियोजित हत्या है। अब इस मामले में ताजा तथ्य यह सामने आया है कि जज को टक्कर मारने के लिए जिस ऑटो का प्रयोग हुआ वह पाथरडीह की रहने वाली सुगनी देवी का है। सुगनी के अनुसार उसका ऑटो चोरी हो गया था। इसी ऑटो से जज को टक्कर मारी गई।
यह सीसीटीवी फुटेज कई सवालों के साथ ही हत्या की आशंका को भी बल देता नजर आ रहा है। इस पूरे मामले पर झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने धनबाद डीसी एवं धनबाद पुलिस को ट्वीट कर इस मामले में उच्च स्तरीय जांच समिति बनाकर इस घटना की जांच कर एक सप्ताह के अंदर जांच रिपोर्ट देने का निर्देश दिया है।
चर्चित मर्डर केस की कर रहे थे सुनवाई
न्यायाधीश उत्तम आनंद चर्चित रंजय सिंह हत्याकांड की सुनवाई कर रहे थे। रंजय सिंह धनबाद के बाहुबली नेता और झरिया के पूर्व विधायक संजीव सिंह के काफी करीबी माने जाते थे। कुछ दिन पहले ही न्यायाधीश उत्तम आनंद ने शूटर अभिनव सिंह और अमन के गुर्गे रवि ठाकुर की जमानत याचिका खारिज कर दी थी। इस बात की आशंका जताई जा रही है कि उनकी मौत के तार रंजय सिंह हत्याकांड से जुड़े हो सकते हैं।