लखनऊ। राजधानी में कबीर मठ के प्रशासनिक अधिकारी धीरेंद्र दास को गोली मारने वाले मुख्य आरोपित गंगाराम के साथी जितेंद्र को रविवार तड़के क्राइम ब्रांच और मड़ियांव पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। हरदोई गोकुल बेहटा निवासी जितेंद्र को पुलिस मुठभेड में पैर में गोली लगी। उसे ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया।
हरदोई अतरौली निवासी मुख्य आरोपित गंगाराम को पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार किया था। पुलिस उसके हरदोई निवासी साथी प्रेम सिंह चौहान व जितेंद्र की तलाश कर रही थी। जिनके साथ मिलकर उसने घटना को अंजाम दिया।
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सूत्रों के मुताबिक क्राइम ब्रांच की टीम को सूचना मिली थी की जितेंद्र और उसका साथी बाइक से मड़ियांव की ओर जा रहे हैं। जिसके बाद मडियांव थाना क्षेत्र की पुलिस से संपर्क साधते हुए टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने बाइक सवार जितेंद्र और उसके साथी को रोकने का प्रयास किया लेकिन आरोपियों ने गोली चला दी। जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में हत्यारोपी जितेंद्र घायल हो गया और उसका साथी चकमा दे कर फरार हो गया। मुठभेड़ मड़ियांव थाना क्षेत्र के घैलापुल के पास हुई है। डीसीपी उत्तरी शालिनी खुद मौके पर मौजूद हैं।
पुलिस ने धीरेंद्र दास की हत्या कर फरार चल रहे जितेंद्र पर 25 हजार का इनाम भी घोषित कर रखा था।
Lucknow: Jitendra, an accused in the murder of an administrative officer of Kabir Math, was nabbed by Police last night in Madiyanva. DCP (North) says, “The other accused with him managed to escape, team is looking for him. Jitendra was shot in his leg as he was trying to escape” pic.twitter.com/eVwGrt3nt4
— ANI UP (@ANINewsUP) August 30, 2020
ये था पूरा मामला
अपर पुलिस उपायुक्त उत्तरी राजेश कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि कबीर मठ के प्रशासनिक अधिकारी धीरेंद्र दास (50) को गंगा राम अपने दोस्त प्रेम व जितेंद्र के साथ गोली मारने गया था। लॉकडाउन में काम छूटने के बाद फैजुल्लागंज में साथियों के साथ रह रहा था। जहां उसकी मुलाकात सुधीर व आलोक पांडेय से हुई। आलोक पांडेय ने उसे धर्मेंद्र दास की हत्या की सुपारी थी।
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इसके एवज में उसने आलोक से एक प्लाट अपने नाम कराया था। साथ ही तमंचा व कारतूस की व्यवस्था के लिए कुछ पैसा भी लिया था। हत्या की साजिश करने वाले आलोक व उसके साथी सुधीर को 25 अगस्त को ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। उन लोगों ने धीरेंद्र दास पर मानसिक व शारीरिक शोषण का आरोप लगाया था। जिसके चलते उन्होंने हत्या की योजना बनाई।