फरवरी के महीने में कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दौरान कालाष्टमी (Kalashtami) का व्रत रखा जाता है। ये व्रत भगवान शिव के स्वरूप कालभैरव को समर्पित है। इस दिन पूरे विधि-विधान के साथ भगवान काल भैरव की पूजा-अर्चना की जाती है। दृक पंचांग के अनुसार, 20 फरवरी को फाल्गुन माह की कालाष्टमी मनाई जाएगी। इस दिन भगवान शिव की पूरे विधि-विधान से पूजा अर्चना करने से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी हो सकती हैं। आइए जानते हैं फाल्गुन कालाष्टमी का शुभ मुहूर्त, पूजा-विधि और पूजन सामग्री की लिस्ट-
फाल्गुन कालाष्टमी (Kalashtami) मुहूर्त
ब्रह्म मुहूर्त 05:14 से 06:04
प्रातः सन्ध्या 05:39 ए एम से 06:55 ए एम
अभिजित मुहूर्त 12:12 पी एम से 12:58 पी एम
विजय मुहूर्त 14:28 पी एम से 15:14 पी एम
गोधूलि मुहूर्त 18:12 पी एम से 18:38 पी एम
सायाह्न सन्ध्या 18:15 पी एम से 19:31 पी एम
अमृत काल 04:27 ए एम, फरवरी 21 से 06:13 ए एम, फरवरी 21
निशिता मुहूर्त 00:09 ए एम, फरवरी 21 से 01:00 ए एम, फरवरी 21
सर्वार्थ सिद्धि योग 1:30 पी एम से 06:54 ए एम, फरवरी 21
रवि योग 06:55 ए एम से 1:30 पी एम
फाल्गुन कालाष्टमी (Kalashtami) पूजन विधि
सुबह जल्दी उठें और स्नान कर लें
स्नान के बाद साफ-सफेद पहन लें
शिव भगवान का अभिषेक करें
घर के मंदिर में दीपक जलाएं
फिर शिव परिवार की विधिवत पूजा करें
आखिर में भगवान शिव की आरती करें
भोग लगाएं
ॐ नमः शिवाय मंत्र का 108 बार जाप करें
अंत में क्षमा प्राथर्ना करें
फाल्गुन कालाष्टमी (Kalashtami) पूजन-सामग्री
फल
फूल
धतूरा
अक्षत
धूपबत्ती
गंगाजल
बिल्वपत्र
काला तिल
सफेद फूल
सफेद चंदन
घी का दीपक
काल भैरव के मंत्र
ॐ हं षं नं गं कं सं खं महाकाल भैरवाय नमः
ॐ कालभैरवाय नमः
ॐ श्री भैरवाय नमः