पूर्व राज्यपाल और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रहे कल्याण सिंह की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है। उन्हें PGI (संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान) में भर्ती हुए गुरुवार को 39 दिन हो गए हैं। बता दें, 19 जुलाई को उन्हें वेंटिलेटर पर शिफ्ट किया गया था।
कल्याण सिंह गंभीर संक्रमण सेप्सिस से जूझ रहे थे और फेफड़ों के अलावा उनकी किडनी में भी इंफेक्शन फैल गया था। हालांकि, PGI निदेशक के अनुसार, अब उनका इंफेक्शन नियंत्रण में है। डायलिसिस की भी जरुरत नहीं पड़ रही है। मगर, लाइफ सपोर्ट सिस्टम दिया जा रहा है। डॉक्टर्स उन्हें अभी वेंटिलेटर पर ही रखने की बात कह रहे हैं।
SGPGI के निदेशक प्रो. आरके धीमन ने बताया कि कल्याण सिंह को अभी वेंटिलेटर पर ही रखा जाएगा। उनके इंफेक्शन अभी कंट्रोल में है। फिलहाल उन्हें लाइफ सपोर्ट सिस्टम पर ही रखा जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि संस्थान में पूर्व सीएम को बेहतरीन चिकित्सकीय सुविधा मुहैया कराई का रही है। रिकवरी की संभावना भी हैं, इसीलिए अभी उन्हें वेंटिलेटर का सपोर्ट जारी रखा जाएगा।
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बीती 21 जून को कल्याण सिंह को लोहिया संस्थान में भर्ती कराया गया था। उन्हें अनियंत्रित ब्लड शुगर व बैक्टीरियल इंफेक्शन व सेप्सिस की शिकायत थी। इस बीच 3 जुलाई को उन्हें माइनर हार्ट अटैक पड़ा था। उसके बाद 4 जुलाई को PGI के ICU में भर्ती कराया गया। पहले कल्याण सिंह की तबीयत में सुधार देखने को मिला था। मगर अचानक से 17 जुलाई को उनकी तबीयत फिर से बिगड़ गई।
उसी दिन उन्हें नॉन इनवेसिव वेंटिलेशन पर रखा गया, पर हालत न सुधरते देख उन्हें वेंटीलेटर पर रखकर लाइफ सपोर्ट सिस्टम दिया गया है। उनकी स्थिति क्रिटिकल ही रही। इस बीच संस्थान प्रशासन का दावा रहा कि ICU में क्रिटिकल केअर मेडिसिन, नेफ्रोलॉजी, न्यूरोलॉजी, कार्डियोलॉजी व एंडोक्रिनोलॉजी के चिकित्सक लगातार उनकी देख-रेख में है। इसके अलावा संस्थान के निदेशक प्रो.आरके धीमन भी उनके स्वास्थ्य से संबंधित सभी पहलुओं पर बारीकी से नजर रखे हैं।