मध्य प्रदेश के इंदौर में बीते रविवार को लिफ्ट टूटने के राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ बाल बाल बचे। ओवरलोड लिफ्ट भरभराकर 10 फीट नीचे गिरी तो मौजूद लोग घबरा गए। कमलनाथ वहां डीएनएस अस्पताल में भर्ती पूर्व मंत्री रामेश्वर पटेल का हालचाल लेने पहुंचे थे।
दरअसल, ये हादसा लिफ्ट के ओवरलोड होने के चलते हुआ था। 15 लोगों की क्षमता वाली इस लिफ्ट में 20 लोग सवार हो गए थे। कमलनाथ के साथ पूर्व मंत्री जीतू पटवारी और सज्जन सिंह वर्मा भी लिफ्ट में सवार थे। घटना की खबर मिलते ही इंदौर प्रशासन के भी हाथ-पांव फूल गए।
आनन-फानन में लिफ्ट इंजीनियर को बुलाया गया और लिफ्ट का दरवाजा तोड़कर कमलनाथ समेत सभी नेताओं को बाहर निकाला गया। हादसे से कमलनाथ घबरा गए और उनकी तबीयत बिगड़ गई।
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इस दुर्घटना की जानकारी मिलने पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने फोन कर कमलनाथ का हालचाल लिया। उसके बाद उन्होंने ट्वीट किया कि- इंदौर के निजी अस्पताल में लिफ्ट में सवार पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ जी और अन्य साथियों के गिरने की जानकारी मिली।
इंदौर के निजी अस्पताल में लिफ्ट में सवार पूर्व मुख्यमंत्री श्री @OfficeOfKNath जी और अन्य साथियों के गिरने की जानकारी मिली।
फोन पर उनका कुशलक्षेम पूछा। ईश्वर की कृपा से सभी सकुशल हैं।
इंदौर कलेक्टर को इस दुर्घटना की जांच के आदेश दिये हैं।
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) February 21, 2021
फोन पर उनका कुशलक्षेम पूछा। ईश्वर की कृपा से सभी सकुशल हैं। इंदौर कलेक्टर को इस दुर्घटना की जांच के आदेश दिये हैं। इधर, कांग्रेस ने इंदौर में लिफ्ट टूटने की घटना को गंभीर बताते हुए इसे पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ की सुरक्षा में गंभीर चूक बताया है।